इटावा (आईएएनएस)| पिछले कुछ महीनों से लकवाग्रस्त शेरनी तेजस्विनी की इटावा के लायन सफारी में मौत हो गई। बीमार शेरनी ने खाना बंद कर दिया था, कुछ दिन पहले उसकी तबीयत खराब हो गई थी। सफारी के उप निदेशक ए.के. सिंह ने बताया कि, शेरनी करीब 20 साल की थी।
उन्होंने कहा कि, शव को अब पोस्टमार्टम के लिए बरेली के आईवीआरआई केंद्र भेजा जाएगा।
तेजस्विनी को 26 सितंबर 2019 को गुजरात से लाया गया था।
आशा की गई थी तेजस्विनी यहां बच्चे पैदा करेगी। नर सिंहों के साथ उसका मिलन भी हुआ परन्तु वह किसी शावक को जन्म न दे सकी।
इसी साल जून में इटावा लायन सफारी में कई शावकों के पिता और एशियाई शेरों की संख्या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले एशियाई शेर मनन की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि, 14 वर्षीय मनन के त्वचा कैंसर से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेटरनरी मेडिसिन एंड रिसर्च, बरेली के विशेषज्ञों की एक टीम ने मनन का परीक्षण किया। उसके निचली कमर पर एक गांठ को हटाने की सर्जरी पर भी विचार किया जा रहा था।
सफारी प्रशासन ने भारतीय वन्यजीव अनुसंधान संस्थान बरेली को भी विशेषज्ञ भेजने के लिए लिखा था लेकिन मनन के शरीर का तापमान अधिक पाया गया और वो मुंह से सांस ले रहा था। मनन का जन्म 2008 में जूनागढ़ में हुआ था।