बंदरों के आंतक सेे ग्रामीणों का जीना हुआ मुश्किल

Update: 2024-10-04 11:48 GMT
Chamba. चंबा। साहब! बंदरों के आंतक ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर दिया है। पिछले दिनों बंदर के हमले में एक युवती घर की तीसरी मंजिल से गिरकर घायल होकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंच चुकी है। हालात यह हैं कि बंदरों के आंतक के चलते अभिभावक अब बच्चों को स्कूल भेजने से भी कतराने लगे हैं। यह खुलासा द्रम्मण पंचायत के परेल कस्बे के महिलाओं के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल से मुलाकात के दौरान किया। प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग को कडे निर्देश देने की
मांग भी उठाई है।


प्रतिनिधिमंडल में शामिल सोनिका, रश्मि, शिल्पी, कंचन, हिना, रजनी व नीलम आदि का कहना है कि बीते करीब दो वर्षों से परेल गांव में बंदरों के आंतक से लोग परेशान है। अब हालात यह हो चुके हैं बंदर लोगों पर हमला कर चोटिल कर रहे हैं। कुछ दिन पहले बंदरों के आक्रमण के कारण एक युवती घर की तीसरी मंजिल से गिरकर बुरी तरह से घायल हो गई थी। बंदरों के डर से अपने बच्चों को अब स्कूल भेजना भी बंद कर दिया है। प्रशासन और वन विभाग के समक्ष कई बार मांग उठाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। उधर, उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि वन विभाग को निर्देश जारी कर जल्द बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगें।
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