लालू यादव ने पुत्र तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर दी जन्मदिन की शुभकामनाएं और आशीर्वाद
पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। राजद के कई नेता ने उन्हें जन्मदिन की बधाई और शुभकामना दे रहे हैं। इस बीच उनके पिता और राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी।
लालू यादव ने पत्र में लिखा है कि तुम्हारे जन्मदिन पर परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि परम पिता आपको हिम्मत, हौसला, ताकत, सेहत, ऊर्जा, आत्मबल और अटूट इच्छा शक्ति प्रदान करें। जनसेवा के जिस पथ पर तुम चल रहे हो उस पर बिना थके, बिना झुके जनता की निरंतर सेवा करते हुए आगे बढ़ते रहो। समाजवाद की मशाल को अपने खून पसीने से रोशन करते रहें।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, "संविधान, सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र की रक्षा और गरिमा को सुरक्षित रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने के लिए सदैव तैयार रहें। आपके सारे वचन और सारी कसमें पूर्ण हों, फिर चाहे वह नौजवानों को नौकरी रोजगार दिलाने की बात हो, स्वास्थ्य शिक्षा और सुरक्षा की बात हो, किसान और मजदूर के हक की बात हो, माताओं, बहनों और दीदियों के सम्मान की बात हो। आप अपने सभी संकल्पों को हर हाल में पूरा कर पाएं, यही आशा, प्रार्थना और दुआ करता हूं।"
लालू ने अपने पुत्र को नसीहत देते हुए लिखा,"तुम सार्वजनिक जीवन में हो, जब कभी भी तुम्हें लगे कि तुम हताश और निराश हो, सीधा बिना सोचे-समझे अपने जनता रूपी मालिकों के बीच चले जाना। सदैव सकारात्मक, ऊर्जावान, प्रगतिशील, कार्यशील, अनुशासित, कर्मठ, समर्पित, चरित्रवान, सैद्धांतिक, वफ़ादार, ईमानदार और वैचारिक लोगों को तरजीह देना। फ़क्र है पिता की इन सीख सलाह पर तुम शुरू से अमल कर रहे हो। व्यक्ति पद और सत्ता से नहीं, बल्कि विचार और चरित्र से बड़ा होता है। सिद्धांतहीन व्यक्ति को न आवाम दिलों में जगह देती है और न इतिहास और जमात।"
उन्होंने पत्र में तेजस्वी यादव की तारीफ भी की है। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि तुम जो कहते हो, वो करते हो। तुम जितना काम के धुनी, कमिटमेंट के पक्के और इरादों के जिद्दी हो, उतना ही बड़े-बुजुर्गों का कहा और आदेश मानने में मुलायम हो।"
उन्होंने आगे तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा कि संकल्पित और समर्पित भाव से सभी को साथ लेकर कामयाबी, तरक्की, और परिवर्तन के रास्ते पर बिहार को आगे बढ़ाने का काम करते रहिए, करते रहिए, लड़ते रहिए, जीतते रहिए। उन्होंने पत्र के अंत में लिखा, " बिहार के जन जन का जीवन यशस्वी और तेजस्वी बने, इसके लिए कुल देवी-देवता तुम पर अपनी कृपा और आशीर्वाद बनाए रखें। तुम जनता के थे, जनता के हो और सदा जनता के ही रहोगे। ढेर सारा प्यार और खूब आशीर्वाद। जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो बाबू।"