कोटकपूरा गोलीकांड: 22 जून को SIT के सामने पेश होंगे पंजाब के पूर्व सीएम
कोटकपूरा गोलीकांड मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 22 जून को एसआईटी के सामने पेश होंगे.
कोटकपूरा गोलीकांड मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 22 जून को एसआईटी के सामने पेश होंगे. इस बात की जानकारी प्रकाश सिंह बादल के प्रधान सलाहकार हरचरण बैंस ने दी है. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 22 जून सुबह 10.30 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 4 में अपने आधिकारिक MLA फ्लैट में एसआईटी के सामने पेश होंगे.
अक्टूबर 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर कोटकपूरा में ये गोलीकांड हुआ था. उस वक्त प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे. इस मामले में एसआईटी ये पता लगाएगी कि गोली किसके आदेश पर चलाई गई.
2015 में हुआ था कोटकपूरा पुलिस गोलीकांड
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 2015 के कोटकपूरा पुलिस गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी से 16 जून को पेश होने के लिए कहा था. लेकिन स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पूर्व सीएम ने पेशी के लिए नयी तारीख तय करने का आग्रह किया था.
एसआईटी ने बादल (93) को 16 जून तलब किया था और उन्हें मोहाली के रेस्टहाउस में बुधवार को प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने को कहा था. बादल ने कानून के साथ पूरा सहयोग करने के अपने इरादे और प्रतिबद्धता को दोहराते हुए और न्यायापालिका पर पूरा विश्वास होने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें चिकित्सकों ने 10 दिनों तक पूरी तरह से आराम (बेड रेस्ट) करने की सलाह दी है.
16 जून को एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए थे बादल
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रवक्ता ने कहा था कि बादल स्वास्थ्य कारणों को लेकर 16 जून को एसआईटी के समक्ष उपस्थित नहीं हो सकेंगे. एसआईटी के समन के जवाब में बादल ने कहा था कि जैसे ही मेरा स्वास्थ्य बेहतर होगा, मैं कानून के मुताबिक जांच में शामिल होने के लिए अपने मौजूदा आवास (चंडीगढ़ स्थित एमएलए फ्लैट में) उपलब्ध हो जाउंगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि पिछली एसआईटी के उलट यह एसआईटी देश के कानून का सम्मान करेगी और मौजूदा शासन के राजनीतिक हस्तक्षेप का सामना करते हुए निष्पक्ष जांच करेगी. उन्होंने मौजूदा शासन पर आरोप लगाया है कि वह तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए कानून का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रहा है.
जांच में खुल्लम खुल्ला होगा राजनीतिक हस्तक्षेप
बादल ने पंजाब पुलिस की एसआईटी को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि जांच की पूरी प्रक्रिया में खुल्लम खुल्ला राजनीतिक हस्तक्षेप के जरिए पहले ही समझौता किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वह जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे.