गणपति जुलूस पर पथराव के बाद तनाव, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात
पुलिस ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है.
दावणगेरे: गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हुए पथराव के बाद कर्नाटक के दावणगेरे में तनाव बढ़ गया। हालांकि पुलिस ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है।
बेतुरु रोड पर गुरुवार (19 सितंबर) देर रात हुई पथराव की घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस अधीक्षक (एसपी) उमा प्रशांत स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों के नाम सर्किल इंस्पेक्टर गुरुबसवराज और पुलिस कांस्टेबल रघु है।
कांग्रेस नेता और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग पुलिस संग मिलकर लोगों से शांति बहाली की अपील कर रहे हैं। वहीं, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और पुलिस रिकॉर्डिंग के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
एहतियात के तौर पर पुलिस ने दावणगेरे शहर के संवेदनशील इलाकों में दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद करने को कहा है। एसपी उमा प्रशांत ने कहा, "गणेश विसर्जन के दौरान पथराव की घटना की सूचना मिली थी, जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल घायल हो गए थे। स्थिति अब नियंत्रण में है। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए कदम उठाए गए हैं। पुलिस विभाग डिप्टी कमिश्नर के साथ निषेधाज्ञा लागू करने पर चर्चा कर रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना के लिए भड़काऊ भाषण जिम्मेदार है। एक समुदाय के नेताओं ने भड़काऊ बयान जारी किया था और दूसरे समुदाय ने इसका विरोध किया था। दोनों पक्षों की ओर से शिकायतें दर्ज की गई हैं और इसके हिसाब से कार्रवाई शुरू की जाएगी।"
सूत्रों ने बताया कि पथराव तब शुरू हुआ, जब गणेश प्रतिमा जुलूस आजाद नगर में दाखिल हुआ। शहर में तीन जगहों पर पथराव की सूचना मिली। हिंदू नेताओं ने नागमंगला शहर में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव और ईद मिलाद के जश्न के दौरान फिलिस्तीनी झंडे लहराने को लेकर दो दिन पहले विरोध प्रदर्शन किया था। इसकी प्रतिक्रिया में एक मुस्लिम नेता ने हिंदुओं को बेतुर रोड से जुलूस निकालने की चुनौती दी थी।हिंदू नेता गुरुवार रात बेतुरु रोड पर जुलूस में हिस्सा ले रहे थे, तभी एक समूह ने धार्मिक नारे लगाते हुए पथराव किया। हालांकि, पुलिस ने समय रहते स्थिति को नियंत्रित कर लिया और आगे की जांच जारी है।