कपूरथला लिंचिंग केस: गुरुद्वारे का केयरटेकर गिरफ्तार, शव पर घाव के 30 निशान मिले, CM चन्नी का दावा-बेअदबी के कोई सबूत नहीं
नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को घोषणा की कि पिछले रविवार को कपूरथला जिले के गुरुद्वारे में कोई बेअदबी नहीं हुई थी, इसके ठीक बाद गुरुद्वारे के केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें कि सीएम ने कहा था कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
चन्नी ने चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, "कपूरथला जिले के निजामपुर गांव में गुरुद्वारे में बेअदबी के बारे में कोई सबूत नहीं मिला है। मारे गए युवक ने कोई बेअदबी नहीं की थी। पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में संशोधन किया जाएगा और हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।"
19 दिसंबर को कपूरथला के निजामपुर गांव में एक व्यक्ति की उस समय पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जब उसने कथित तौर पर एक गुरुद्वारे के ऊपर से सिखों के धार्मिक ध्वज निशान साहिब को हटाने की कोशिश की थी। घटना के बाद, कपूरथला पुलिस ने एक बयान में पुष्टि की कि कोई 'बेअदबी' नहीं हुआ और जिस व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया वह 'चोरी' करने की कोशिश कर रहा था।
यह घटना 24 घंटे से भी कम समय में हुई जब अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के अंदर एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला गया, जब उसने कथित तौर पर सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने की कोशिश की थी।
अमृतसर और कपूरथला पीड़ितों की पहचान दस्तावेजों की अनुपलब्धता के कारण नहीं हो पाई है। पंजाब पुलिस इस बात की जांच करने की कोशिश कर रही है कि क्या ये आरोपी एक-दूसरे को जानते थे या किसी साजिश का हिस्सा थे। पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए उनके बायोमेट्रिक प्रिंट को स्कैन करने की कोशिश कर रही है।
स्वर्ण मंदिर 'बेअदबी' मामले में पुलिस जांच में सामने आया कि गर्भगृह में घुसे आरोपी ने स्वर्ण मंदिर के अंदर चार घंटे से अधिक समय बिताया।