सीपीआई दफ़्तर में कन्हैया ने लगवाया था एसी, कांग्रेस में एंट्री से पहले निकाल ले गए
पटना: जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. कांग्रेस में शामिल होने से पहले कन्हैया कुमार ने पटना के सीपीआई दफ्तर परिसर के कमरे में लगे एसी को निकलवा लिया है. ये एसी उस कमरे में लगा हुआ था, जिसमे कन्हैया या उनके लोग रहते थे.
कन्हैया कुमार ने सीपीआई के टिकट पर पिछले लोकसभा का चुनाव बेगूसराय से लड़ा था. उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें कई दिनों से चल रही थी, लेकिन सोमवार को जब उनके लोग सीपीआई के दफ्तर जनशक्ति परिसर के कमरे से एसी निकल कर ले गए, तब पक्का हो गया कि कन्हैया सीपीआई छोड़ रहे हैं.
उससे पहले पटना में सीपीआई के किसी नेता को इसकी पुख्ता जानकारी नहीं थी. सीपीआई के ऑफिस इंचार्ज इंदुभूषण वर्मा ने बताया कि उस कमरे में उनका आदमी रह रहा था, 2 महीने पहले ही वो एसी निकल कर ले गया. वहीं सीपीआई के नेता विजय मिश्रा ने बताया कि कन्हैया कुमार ने एसी ले जाने के लिये पार्टी से इज़ाज़त भी मांगी थी.
विजय मिश्रा के मुताबिक, पार्टी ने तब कहा था कि ये आपकी सम्पति है, आप ले जा सकते हैं. विजय मिश्रा ने कहा कि उनका आदमी रहता था, 2 महीने पहले उसने कहीं और घर ले लिया, कुछ सामान था वो ले गया, अभी भी कमरे में उनका कुछ सामान पड़ा है, ये कोई बड़ी बात नहीं है, कन्हैया ने सीपीआई के लिए बहुत कुछ किया.
विजय मिश्रा ने कहा कि 50 हज़ार का एसी ले जाना कौन सी बड़ी चीज है, वो भी उनकी अपनी थी. कन्हैया कुमार शुरू से कि कम्युनिस्ट विचारधारा से जुड़े रहे हैं. उन्होंने छात्र राजनीति भी इसी विचारधारा से की. जिस बेगूसराय के विहाट गांव से वो आते है वो कम्युनिस्ट का गढ़ माना जाता है. उसे बिहार का लेनिनग्राद भी कहा जाता है.
2019 का चुनाव उन्होंने सीपीआई के टिकट पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ लड़ा था और 4 लाख वोट से चुनाव हार गए थे.