अंबुबाची अनुष्ठान के लिए कामाख्या मंदिर हुआ बंद, श्रद्धालुओं पर भी रोक
असम स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर में वार्षिक अंबुबाची अनुष्ठान मंगलवार को आरंभ हो गया.
असम स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर ( Kamakhya temple) में वार्षिक अंबुबाची अनुष्ठान (Ambubachi mela ) मंगलवार को आरंभ हो गया और पुजारियों ने चार दिन के लिए मंदिर के द्वार प्रतीकात्मक रूप से बंद कर दिए. मंदिर में हर वर्ष लगने वाले अंबुबाची मेले को लगातार दूसरे साल कोविड-19 महामारी (Cov id-19 ) की वजह से रद्द कर दिया गया है और भक्तों को मंदिर के पास कहीं भी इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है.
इसके बावजूद, पिछले कुछ दिनों में पड़ोसी राज्यों के कई साधु गुवाहाटी पहुंचे हैं और उनमें से कुछ को शहर में घूमते देखा गया, लेकिन किसी को यहां नीलाचल पहाड़ियों के ऊपर स्थित शक्तिपीठ जाने की अनुमति नहीं दी गई. मंदिर के मुख्य पुजारी (बोर दोलोई) मोहित चंद्र सरमा ने कहा कि सभी अनुष्ठान और प्रार्थनाएं नियमानुसार की जाएंगी और मंदिर को फिर से खोलने का निर्णय कामरूप महानगर जिला प्रशासन के परामर्श से किया जाएगा.
हर साल आमतौर पर करीब 25 लाख श्रद्धालु लेते हैं हिस्सा
गौरतलब है कि अंबुबाची मेले में हर साल आमतौर पर करीब 25 लाख श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं. यह राज्य के पर्यटन कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण समारोहों में शामिल है. इस दौरान चार दिन के लिए मंदिर के द्वार बंद रहते हैं. मान्यता है कि इन चार दिनों तक देवी कामख्या रजस्वला अवस्था में होती हैं.
वहीं दूसरी तरफ कोरोना मामलों की बात करें तो असम में सोमवार को 2,805 और लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 4,85,310 हो गए, जबकि संक्रमण के कारण 35 और मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,243 हो गई. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई.