राहुल गांधी के बयान दो भारत पर ज्योतिरादित्य सिंधिय ने कहा - देश का कोई भी नागरिक नहीं दे सकता ऐसा बयान
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दो भारत वाले बयान पर कहा है
रायपुर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दो भारत वाले बयान पर कहा है कि देश का कोई भी नागरिक ऐसा बयान नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि राहुल का बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पहले वाले भारत को लेकर है, जहां प्रगति नहीं होती थी। विकास नहीं होता था। भ्रष्टाचार का बोलबाला था। मोदी जी के बाद दूसरा देश दिखा, जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा। विकास के द्वार खोले गए। अंत्योदय के आधार पर केवल अपना हक नहीं दिया गया, बल्कि विकास के नए आयाम भी बनाए गए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर राज्य में विमानन सुविधाओं के विस्तार के प्रयासों में उड्डयन मंत्रालय के साथ सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया।
एक दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचने के बाद रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नए भारत का निर्माण हो रहा है, जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगे और विकास के द्वार खुले हैं।
राहुल गांधी के 'दो भारत' वाले बयान के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि ऐसा बयान भारत का कोई भी नागरिक दे सकता है। मेरा भारत अखंड है। मेरा देश एक परिवार है। मेरे देश में हमेशा से भाईचारे की संस्कृति रही है। शायद राहुल गांधी 2014 से पहले की स्थिति का जिक्र कर रहे थे, जब कोई प्रगति और विकास नहीं था, लेकिन केवल भ्रष्टाचार और आर्थिक कुप्रबंधन मौजूद था। लेकिन नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद एक और देश उभरा है, जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई गई है और प्रगति और विकास के द्वार खोले गए हैं। अब भारत विश्व पटल पर उभर रहा है। यह अब एक ऐसा देश है, जहां गरीबों को न केवल उनके अधिकार हैं बल्कि विकास और प्रगति के नए आयाम उनके हाथ में हैं।
राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने हालिया भाषण में और रायपुर में एक समारोह में भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर देश को दो भारत में विभाजित करने का आरोप लगाया था- एक चुनिंदा अरबपतियों से संबंधित और दूसरा करोड़ों आम लोगों के लिए।
सिंधिया ने बाद में यहां राज्य भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जहां उन्होंने भूपेश बघेल सरकार पर राज्य में विमानन सुविधाओं के विस्तार के प्रयासों में उड्डयन मंत्रालय के साथ सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस शासित राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।
छत्तीसगढ़ में हवाई अड्डों और सुविधाओं के विस्तार के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रायपुर हवाई अड्डे पर 460 वर्ग मीटर के क्षेत्र में कार्गो सुविधा है और उनके मंत्रालय ने इसे 10 गुना बढ़ाकर 4,500 वर्ग मीटर करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि रायपुर हवाई अड्डे में सुविधा से दैनिक कार्गो व्यवसाय 15 मीट्रिक टन है। कार्गो सुविधा का क्षेत्र बढ़ाने के बाद हमारी योजना व्यापार को प्रति दिन 50 मीट्रिक टन तक बढ़ाने की है।
सिंधिया ने कहा कि हमारा प्रयास छत्तीसगढ़ में विमानन सुविधाओं को बढ़ाने का है क्योंकि आने वाले दिनों में नागरिक उड्डयन क्षेत्र पूरे देश में परिवहन की रीढ़ होगा। लेकिन राज्य सरकार को जिस तरह का समर्थन और काम करना है, हमें उस मोर्चे पर निराशा का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अब तक रायपुर हवाईअड्डे को रनवे की लंबाई बढ़ाने के लिए 24 एकड़ जमीन नहीं दी है। हमने रनवे की लंबाई 2,300 मीटर से बढ़ाकर 3,105 मीटर कर दी है, लेकिन इसके चारों ओर जो बुनियादी ढांचा बनाने की जरूरत है, वह जमीन का आवंटन न होने के कारण नहीं हो सका। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर हवाई अड्डे में भी यही स्थिति है।
राज्य सरकार ने भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण को भूमि का हस्तांतरण रद्द कर दिया है। जब तक भूमि एएआई को हस्तांतरित नहीं की जाती है, तब तक हम प्रगति कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं। सिंधिया ने बघेल सरकार पर भी इसी तरह की बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मैंने कई बार मुख्यमंत्री (बघेल) से बात करने की कोशिश की है, लेकिन मुझे लगता है कि नागरिक उड्डयन में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान संसद में मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि सरकार की पूंजीपति समर्थक नीतियों के चलते आज अमीरों और गरीबों के दो अलग-अलग भारत बन गए हैं और इनके बीच की खाई दिनोंदिन गहरी होती जा रही है। देश के युवा रोजगार नहीं मिलने से हताश हो रहे हैं और इस समय बेरोजगारी पिछले 50 साल में सबसे अधिक पहुंच गई है।
राहुल ने इस दौरान संघीय ढांचे पर प्रहार किए जाने से लेकर विपक्ष और लोकतांत्रिक संस्थाओं की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग, न्यायपालिका समेत तमाम संस्थाओं को कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि संवाद का रास्ता बंद कर देश को शहंशाह की तरह चलाने की कोशिश हो रही है, इसे नहीं रोका गया तो इसकी प्रतिक्रिया होगी।