उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की गोमतीनगर पुलिस ने जिस्मफरोशी के एक इंटरस्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने असम के रहने वाले पति-पत्नी समेत पांच को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के कब्ज़े से असम की रहने वाली दो नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है. एडीसीपी ईस्ट क़ासिम आब्दी ने बताया कि बीते कुछ दिनों से गोमतीनगर इलाके में प्रदेश से बाहर की नाबालिग लड़कियों के देह व्यापार करने की सूचना मिल रही थी. इसी सूचना पर गुरुवार को विपुलखंड के सहारा ब्रिज के नीचे से कुछ लोगों को संदिग्ध देखकर हिरासत में लिया गया. सख़्ती से पूछताछ के बाद पता चला कि संदिग्धों में असम का फैजुद्दीन और उसकी पत्नी हैं, जो वहां से दो नाबालिग लड़कियों को लेकर आए थे. इन्हें लखनऊ के गाजीपुर में रहने वाली कंचन आंटी को देना था लेकिन डिलीवरी से पहले ही पुलिस ने कंचन और उसके साथी सनी गुप्ता, राहुल गौतम को भी दबोच लिया.
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों के कब्ज़े से छुड़ाई गई दोनों नाबालिग लड़कियां असम के कामरूप जिले की रहने वाली हैं. इन लड़कियों को काम दिलाने के बहाने फैजुद्दीन और उसकी पत्नी नई दिल्ली, जयपुर, लखनऊ जैसे शहरों में लाते थे और अलग-अलग गिरोहों को बेच देते थे. ये गिरोह इन बच्चियों से जिस्मफरोशी कराते थे. कामरूप और असम के कुछ पिछड़े जिलों से ये गिरोह गरीब नाबालिग लड़कियों को लाता था और जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल देता था. आरोपियों से पूछताछ में साफ हुआ कि कई गिरोह जिस्मफरोशी के लिए नाबालिग लड़कियों की डिमांड करते हैं.