जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह बोले- इस साल मारे गए 182 आतंकवादी, पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुईं, यह साल बहुत अच्छा रहा
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों पर सुरक्षा बलों ने बड़ी चोट की है। श्रीनगर के पंथा चौक में पिछले दिनों पुलिस बस पर हमला करने वाले 9 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने 24 घंटे में ढेर कर दिया है। ये सभी आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन में शामिल थे। पंथा चौक एनकाउंटर में तीन आतंकवादियों को आज सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। इस दौरान 4 सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए हैं। कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने बताया कि इससे पहले बीते 24 घंटे में दो और मुठभेड़ हुई थीं, इनमें 6 और आतंकी मारे गए थे। इन आतंकियों में से दो पाकिस्तानी आतंकवादी थे। इनके पास से बड़ी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद हुआ है।
इस बीच केंद्र शासित प्रदेश के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि इस साल अब तक 100 सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। इनमें अब तक कुल 182 आतंकियों को मार गिराया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल 134 स्थानीय युवा आतंकवाद की राह पर चले गए थे। इनमें से 72 मारे गए हैं, जबकि 22 को गिरफ्तार किया गया है। इस साल कश्मीर में UAPA के तहत 80 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया और कुल 497 लोगों पर केस दर्ज गुआ है।
सुरक्षा बलों का कहना है कि बीते 3 दशकों में यह पहला मौका है, जब जम्मू कश्मीर में स्थानीय आतंकवादियों की संख्या 100 से कम रह गई है। लेकिन पंथा चौक में पुलिस बस पर हमला करने वाले 9 आतंकियों को ढेर किए जाने को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। हैदरपुरा एनकाउंटर में नागरिकों के मारे जाने के आरोपों पर डीजीपी दिलबाग सिंह ने बात रखी है। उन्होंने नेताओं के बयानों पर कहा कि यदि उनके पास ऐसा कोई सबूत है तो फिर जांच पैनल के सामने पेश करना चाहिए। उन्हेंने कहा कि हम पहले भी साफ कर चुके हैं कि हैदरपुरा एनकाउंटर पूरी तरह से पारदर्शी था और कोई गलती नहीं हुई थी। ऐसी बात सुनकर हमें दुख होता है।
इससे पहले गुरुवार को कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कहा था, "हम कश्मीर में 200 आतंकवादियों के निशान को तोड़ने में सक्षम रहे हैं, क्योंकि यह आंकड़ा घटकर 180 पर आ गया है। इतिहास में पहली बार, स्थानीय आतंकवादी 100 से कम हो गए हैं। कल की मुठभेड़ के बाद गिनती 85-86 है। इसलिए हम कह सकते हैं कि आतंकवाद कम हो रहा है।"