जयराम ठाकुर ने की राज्यपाल से मुलाकात, सुक्खू सरकार के खिलाफ फ्लोर टेस्ट कराने की मांग
शिमला। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बीजेपी का डेलीगेशन राजभवन पहुंच गया है. जयराम ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम बजट पेश होने से पहले डिविजन वोटिंग चाहते हैं, लेकिन स्पीकर इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं. हम चाहते हैं कि फाइनेंशियल इमरजेंसी से बचने के लिए बजट पारित किया जाए. हम वोटिंग के लिए मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार ने बहुमत खो दिया है.
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटे हैं. ऐसे में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 35 सीटों की जरूरत होती है. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 40 विधायक जीते थे. बीजेपी के 25 और तीन अन्य विधायकों को जीत मिली थी. बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस के दो गुटों के बीच चली रस्सा-कशी के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य को कैबिनेट मंत्री बनाया गया और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं. इस सरकार को तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन दे दिया था. ऐसे में सुक्खू सरकार के पास कुल 43 विधायक थे.
वहीं राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने दावा किया है कि हिमाचल में जल्द सरकार गिरेगी. इस बीच कांग्रेस भी एक्टिव मोड में आ गई है. पार्टी ने हालात को देखते हुए कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को हिमाचल का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.