शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बार सत्र अलग परिस्थितियों में हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्र का आखिरी दिन है और सदन में न मुख्यमंत्री हैं और न ही अधिकारी मौजूद हैं। सत्र के समापन मौके पर सभी अधिकारी मौजूद रहने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार प्रमुख मुद्दा त्रासदी पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने नियम-67 में त्रासदी पर चर्चा का प्रयत्न किया था, लेकिन सत्ता पक्ष 102 के प्रस्ताव में इस चर्चा को ले आया।
विपक्ष ने चर्चा में अपनी भागीदारी निभाई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों को निकाला गया। चार दिन से कर्मचारी धरने पर हैं, पर सरकार ने कोई आश्वासन नहीं दिया। 30 सितंबर तक सेवाएं खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं। भाजपा ने सरकार को सचेत करने के लिए प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि श्वेतपत्र पहली बार देखा और चर्चा का समय नहीं दिया गया। उराष्ट्रीय स्तर पर हुए फैसलों को पूर्व सरकार पर डाल दिया गया।