दिल्ली। कोयम्बटूर और मंगलुरु विस्फोट की आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने जिम्मेदारी ले ली है. दरअसल कोयम्बटूर विस्फोट के चार महीने बाद और मंगलुरु विस्फोट के लगभग तीन महीने बाद इस्लामिक स्टेटखुरासान प्रांत (ISKP) ने अपने मुखपत्र "वॉयस ऑफ खुरासान" पत्रिका के अंक 23 में स्वीकार किया है कि उसके आतंकवादी दक्षिण भारत में मौजूद हैं. इन पिछले साल हुए दो विस्फोटों में शामिल थे.
आईएसकेपी के अल-अजैम मीडिया फाउंडेशन ने अंग्रेजी में वॉयस ऑफ खुरासान प्रचार पत्रिका के 68-पेज पर अंक-23 जारी किया है. हालांकि पत्रिका के लेख में यह नहीं बताया गया है कि दक्षिणी भारत के किस राज्य में आतंकी संगठन के 'मुजाहिदीन' सक्रिय हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि केरल में इनके होने की सबसे ज्यादा आशंका है. तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी ये आतंकी हो सकते हैं. आईएसकेपी ने बताया है कि पिछले साल 23 अक्टूबर को कोयंबटूर में कार विस्फोट और 19 नवंबर को मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में प्रेशर कुकर विस्फोट आईएस से जुड़े उग्रवादियों ने ही किया था.
पत्रिका में लिखा, “क्या आप कोयंबटूर, तमिलनाडु और कर्नाटक, बेंगलुरु (पत्रिका के लेखक ने मंगलुरु के बजाय बेंगलुरु लिखा है) में हमारे हमलों के बारे में नहीं सोचते हैं, जहां हमारे भाइयों ने हमारे धर्म के सम्मान का बदला लिया और गैर-मुस्लिमों और नास्तिकों को आतंकित डराया. दो सप्ताह पहले एनआईए ने केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में आईएस के प्रति लगाव रखने वालों के 60 से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे और तलाशी की थी.
आईएसकेपी ने एक बार फिर अपनी पत्रिका में हिंदुओं, बीजेपी और भारतीय सेना के खिलाफ जहर उगला है. दक्षिण भारत में अपने मुजाहिदीनों को उनके खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उकसाया है. पत्रिका में प्रकाशित लेख में हिंदुओं से बदला लेने की मांग की है. इसमें लिखा गया कि हिंदू अल्लाह और उनके पैगंबर के दुश्मन हैं. कश्मीर में गैर-मुस्लिमों को टारगेट करने, बाबरी मस्जिद और गुजरात दंगों का बदला लेने की भी मांग की.