IPS अफसर ने मांगी 20 लाख की रिश्वत, मामलें में सामने आया नया एंगल

जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2023-06-17 18:07 GMT
वाराणसी। स्कूल संचालक से लाखों रूपए की रिश्वत की मांग करने वाले आईपीएस अनिरुद्ध सिंह जांच में दोषी पाए गए हैं। सरकार ने अब उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। रिश्वत मामले में फंसे आईपीएस को अब आरोप पत्र दिया जाएगा और पूरे मामले पर जवाब मांगा जाएगा। अफसर पर वाराणसी के एक स्कूल संचालक से 20 लाख रूपए मांगने का आरोप है, जिसका वीडियो कुछ समय पहले सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वीडियों के वारयल होने के बाद कमिश्नर के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई थी। जांच में आईपीएस अनिरुद्ध सिंह को दोषी पाया गया। जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो पुराना (मार्च) का बताया जा रहा हैं। वीडियो में बिहार निवासी 2018 बैच के अनिरुद्ध सिंह खुद ‘डील’ करते दिखाई दिए थे। रिश्वत वसूली तब का बताया जा रहा है जब, अनिरुद्ध सिंह वाराणसी में तैनात थे। अनिरुद्ध सिंह वाराणसी के चैतगंज में ASP के पद पर थे, उस दौरान एक स्कूल के मालिक पर रेप की एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में संचालक से अनिरुद्ध ने 20 लाख की डिमांड की थी।
हालांकि, उस समय IPS अनिरुद्ध सिंह की तरफ से सफाई देते हुए कहा गया था कि मामले में आरोपी पक्ष की तरफ से लगातार दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा था। उसे ट्रैप करने के लिए ये पूरी बातचीत की गई थी। अनिरुद्ध का कहना है कि ये सभी बातें आलाधिकारियों के संज्ञान में थीं। बातचीत के दौरान अनिरुद्ध सिंह ने 20 लाख की घूस मांगी थी। रिश्वत मांगने की वीडियो वायरल होने के बाद उनका तबादला करके उन्हें बचाने की कोशिश की गई थी। रिश्वत मांगने के मामले को वाराणसी कमिश्नर की जांच में सही पाया गया। राज्य सरकार ने शुक्रवार की शाम को अनिरुद्ध के खिलाफ विभागीय जांच करवाने के आदेश दिए हैं। मालूम हो कि आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह की बीवी आईपीएस आरती सिंह, भी वाराणसी पोस्टिंग के दौरान बुरी तरह से चर्चाओं में रही थीं। उनके ऊपर आरोप लगा था कि वे जिस मकान में किराए पर रह रही थीं, उसका किराया तक भरने को राजी नहीं थीं। हालांकि महकमे ने उनकी हरकतों के सामने आते ही उन्हें भी वाराणसी से हटाकर, कानपुर में तैनात कर दिया था।
राणसी में तैनाती के दौरान स्कूल संचालक से वीडियो कॉल के जरिए 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोपी आईपीएस अनिरुद्ध सिंह आरंभिक जांच में दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ गृह विभाग ने विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। विभागीय जांच के लिए जांच अधिकारी की भी नियुक्ति कर दी गई है। बता दें कि इसके पहले एडीजी स्‍तर के दो अधिकारियों ने अनिरुद्ध सिंह की जांच की थी लेकिन उन्‍हें क्‍लीनचिट दे दी थी। वाराणसी में तैनाती के दौरान अनिरुद्ध सिंह ने वहां के स्कूल संचालक से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। मार्च में अनिरुद्ध सिंह का रिश्वत मांगते हुए वीडियो वायरल कर दिया गया था। प्रमुख सचिव गृह के निर्देश पर डीजीपी मुख्यालय ने मामले की जांच वाराणसी के कमिश्नर के सुपुर्द की थी। वाराणसी में स्कूल संचालक से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में वाराणसी के कमिश्नर ने जांच वहां के डीआईजी क्राइम संतोष कुमार सिंह को सुपुर्द की थी। इस मामले में आईपीएस अनिरुद्ध सिंह दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ डीजीपी मुख्यालय ने वृहद दंड की संस्तुति करते हुए जांच रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दी थी।
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