इस अवसर पर उन्होंने गीडा की 650 करोड़ रुपये की अनुमानित आय वाली कालेसर आवासीय टाउनशिप योजना को लॉन्च करने के साथ 300 करोड़ रुपये के निवेश वाली एसडी इंटरनेशनल की प्लास्टिक रिसाइक्लिंग एवं फूड पैकेजिंग कंटेनर यूनिट का शिलान्यास तथा 90 करोड़ रुपये के 18 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। सीएम ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) के स्किल ट्रेनिंग सेंटर के पांच छात्रों को नामांकन प्रमाण पत्र भी वितरित किए।मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास और रोजगार के क्षेत्र में जो परिणाम दिख रहे हैं, वह बेहतर कानून व्यवस्था, अच्छी सरकार और अच्छे जनप्रतिनिधियों के चुने जाने का परिणाम है। जब नीयत अच्छी होती है तो परिणाम भी अच्छे आते हैं। आज गीडा नई ऊंचाइयों को छू रहा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा, तब लखनऊ जाने के लिए दो रूट हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र औद्योगिक क्लस्टर के रूप में विकसित हो, इसके लिए बीते कुछ वर्षों में तमाम प्रयास हुए हैं। गीडा में वरुण ब्रेवरेज, केयान डिस्टलरीज, सीपी मिल्क, तत्वा प्लास्टिक, सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन, इंडिया ऑटोव्हील्स, बालाजी प्रोसेसर्स, रूंगटा इंडस्ट्रीज, कपिला कृषि उद्योग, सिंह पेपर प्रोजेक्ट के निवेश का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ इन्हीं निवेश परियोजनाओं से करीब 5,000 युवाओं को यहीं नौकरी और रोजगार उपलब्ध होगा। सीएम ने कहा कि गीडा क्षेत्र में अन्य उद्योग भी लग रहे हैं। 25 एकड़ में गारमेंट पार्क, 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित हो रहा है। 34 करोड़ रुपये की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री भी बन रही है। इसके अलावा सरकार 5,500 एकड़ में धुरियापार में औद्योगिक टाउनशिप बनाने जा रही है। हाल में ही नई सीमेंट फैक्ट्री के लिए प्रस्ताव मिला है। इसके लिए निवेशक को भूमि दिखा दी गई है।