अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश, चोरियां करने के लिए हवाई जहाज का करते थे उपयोग

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Update: 2022-03-14 16:11 GMT

हल्द्वानी: पुलिस ने ऐसे अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो देश भर में चोरियां करने के लिए न सिर्फ हवाई जहाज से सफर करता था। बल्कि, मोटा माल हाथ लगने पर गोवा और राजस्थान के बांसवाड़ा से जाकर मौज-मस्ती करता था। पुलिस ने राजस्थान निवासी गैंग के एक सदस्य को दबोच लिया।

एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बीती 24 फरवरी को सिंधी चौराहा स्थित चार दुकानों का ताला तोड़कर लाखों पार करने वाले गिरोह का खुलासा किया। बताया कि चोरी की इस घटना में शामिल एक आरोपी बांसवाड़ा राजस्थान निवासी दिनेश चरपोटा को रुद्रपुर बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसके दो साथी अभी फरार हैं।
पूछताछ में दिनेश ने बताया कि पुलिस की चेकपोस्ट और अंतरराज्यीय बार्डर पर लगे सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए कई वारदातों में हवाई यात्रा का सहारा लेते थे। ये आरोपी इसी तरह हवाई जहाज से आवाजाही कर राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब, गोवा, केरल, मणिपुर आदि क्षेत्रों में एक हजार से अधिक चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
मंगलपड़ाव के नजदीक चार दुकानों में चोरी करने वाले आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस आरोपियों का पता लगा सकी।रविवार को कोतवाली स्थित बहुद्देशीय भवन में प्रेसवार्ता कर एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि गिरोह ने बीती 24 फरवरी को नैनीताल वूल सेंटर, नैनीताल ऊन वाले, ब्यूटी कॉनर और चढ़दी कला बैग शॉप से कुल 5 लाख 30 हजार रुपये की नगदी चोरी की थी।
नैनीताल ऊन वाले प्रतिष्ठान के मालिक सन्नी नागपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने करीब 250 सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इनमें तीन चोर दिखाई दिए जो चोरी के बाद बाहरी राज्यों को भाग गए थे। टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बीते शनिवार की रात दिनेश चरपोटा को गिरफ्तार किया। उसके दो साथी हरीश चरपोटा और गणेश चरपोटा अब भी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार शातिर चोर जिस स्थान पर चोरी करने जाते हैं, वहां पर्यटक के रूप में घूमते हैं। दो-तीन दिन तक रेकी करने बाद चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। खास बात यह भी है कि ये आरोपी कभी भी घरों या दुकानों का ताला तोड़कर मुख्य गेट से दाखिल नहीं होते थे। हमेशा छत से ही घर या दुकान में घुसकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि ताला तोड़ने पर आवाज होती है, जिससे पकड़े जाने का डर रहता है।
चोरी करने से पहले आरोपी पुलिस के गश्ती टीम की रेकी करते हैं। उसी अनुसार जिस समय पुलिस की गश्ती टीम की ड्यूटी बदलती है उसी समय वारदात को अंजाम देते हैं। रात को घटना को अंजाम देने के बाद सुबह पुलिस के गश्ती टीम के सड़क से हटते ही फरार हो जाते थे। आरोपी हमेशा बंद घरों या दुकानों को ही निशाना बनाते हैं। टीम में ये रहे शामिल: कोतवाल हरेन्द्र चौधरी, एसआई कश्मीर सिंह, सिपाही जितेन्द्र कुमार, विरेन्द्र चौहान, इसरार नवी, इसरार अहमद, सर्विलांस सेल से सिपाही किशन चन्द्र शर्मा, अनिल गिरी टीम में शामिल रहे। एसएसपी पंकज भट्ट ने टीम को पांच हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
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