पश्चिम एशिया में भारत की गूंज! जानें क्या है इसके पीछे की वजह

Update: 2021-10-18 06:22 GMT

नई दिल्ली: अमेरिका के साथ क्वाड संगठन में शामिल भारत अब ऐसे ही एक और संगठन का हिस्सा बन सकता है। यह नया संगठन अमेरिका, इजरायल, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बन सकता है। सोमवार शाम को इन चारों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। इसमें चारों देशों के बीच समन्वय और आर्थिक साझेदारी को लेकर बातचीत की जाएगी। पश्चिम एशिया क्षेत्र में इस संगठन की अहम भूमिका हो सकती है। यह मीटिंग भी ऐसे वक्त में होने वाली है, जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर इजरायल के दौरे पर गए हैं। इन 4 देशों की मीटिंग से पहले इजरायल-यूएई और भारत के बीच कूटनीतिक वार्ता हो चुकी है।

यही नहीं बीते सप्ताह ही अमेरिका-इजरायल औैर यूएई के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी। इजरायल और अरब देशों के बीच हुए अब्राहम अकॉर्ड को लेकर यह मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के दौरान यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल-नहयान ने कहा कि वह जल्दी ही इजरायल का दौरा करेंगे। उनका कहना था कि दोनों देशों के बीच बढ़ रहे द्विपक्षीय संबंधों से हम प्रभावित हैं। इस मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था, 'हम यह मानते हैं कि फलीस्तीन और इजरायल के लोगों का हक है कि वे सुरक्षित, शांति पूर्ण और आजादी के साथ रह सकें। हम इसके लिए प्रयास करते रहेंगे।'
यही नहीं इन तीन देशों की मीटिंग के दौरान ईरान को लेकर भी बात हुई थी, जिस पर न्यूक्लिय़र डील से पीछे हटने का आरोप लग रहा है। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर 17 से 21 अक्टूबर तक इजरायल के आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरान वह विदेश मंत्री के अलावा पीएम और राष्ट्रपति से भी मिलेंगे। इजरायल और भारत के बीच बीते कुछ सालों में संबंध काफी बेहतर हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी 2017 में इजरायल के दौरे पर गए थे। यह किसी भी भारतीय पीएम की ओर से इजरायल का पहला दौरा था। उसके बाद से ही दोनों देशों के बीच नॉलेज बेस्ड पार्टनरशिप बढ़ी है। इसके अलावा मेक इन इंडिया में भी भारत को इजरायल की ओर से कुछ मदद मिली है।
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