यूक्रेन संकट पर भारतीय विदेश मंत्रालय की नजर, MEA ने दिया ये जवाब
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रूस से हमले के खतरे का सामना कर रहे संकटग्रस्त यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने की तत्काल कोई योजना नहीं है, इसलिए विशेष उड़ानें नहीं चलाई जा रहीं. हालांकि, एयर बबल व्यवस्था के तहत सीमित संख्या में उड़ानें थीं, लेकिन इससे प्रतिबंध हटा दिया गया है. इसके बाद अब कितनी भी उड़ानें संचालित की जा सकती हैं. इसी के चलते भारत-यूक्रेन के बीच चार्टर्ड उड़ानों को बढ़ावा दिया जा रहा है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय (MEA) ने यह जानकारी दी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारतीय दूतावास यूक्रेन में हालात की लगातार निगरानी कर रहा है. इसके लिए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वहां से भारतीय नागरिकों को लाने पर कोई निर्णय लिया गया है, हमारा दूतावास सामान्य रूप से काम कर रहा है और यूक्रेन में भारतीय नागरिकों को सेवाएं प्रदान कर रहा है.
MEA ने कहा, जब हम कोई एडवाइजरी जारी करते हैं, तो हम उसमें हो रहे घटनाक्रमों के साथ-साथ इस बात का आकलन भी करते हैं कि हम वहां अपने नागरिकों की सहायता कैसे कर सकते हैं. यूक्रेन की स्थिति पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारा ध्यान भारतीय नागरिकों और छात्रों पर है, और रहेगा.
इधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को हेल्पलाइन नंबर जारी किए थे. अगर किसी को भी यूक्रेन में अपने परिजनों को लेकर कुछ मदद या जानकारी चाहिए तो वो हेल्पलाइन नंबर 011-23012113, 011-23014104 और 011-23017905 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1800118797 पर भी कॉल किया जा सकता है. इसके साथ ही एक फैक्स नंबर 011-23088124 और ईमेल आईडी situationroom@mea.gov.in भी भारतीय विदेश मंत्रालय से जानकारी ली जा सकती है.
वहीं, यूक्रेन से भारत आने के लिए प्रयास कर रहे लोगों के लिए भारतीय दूतावास का हेल्पलाइन नंबर +380 997300428, +380 997300483 और ईमेल आईडी cons1.kyiv@mea.gov.in भी जारी की गई है. फ्लाइट्स समेत दूसरी इन संपर्क सूत्र के जरिए जुटाई जा सकती है. मंत्रालय के अफसर बागची ने बताया कि ये हेल्पलाइन 24 घंटे जारी रहेगी.
उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर 18 से 23 फरवरी तक जर्मनी और फ्रांस के दौरे पर रहेंगे. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. जर्मनी में वह म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेंगे. साथ ही विदेश मंत्रियों और सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि जर्मनी की यात्रा के बाद जयशंकर फ्रांस की राजधानी पेरिस जाएंगे, जहां वे हिन्द प्रशांत पर यूरोपीय संघ मंत्रिस्तरीय फोरम में हिस्सा लेंगे. जयशंकर फ्रांस के अपने समकक्ष ज्यां यवेस ला द्रियां के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.