मप्र में लाड़ली बहना की संख्या में छह लाख का इजाफा

Update: 2023-09-10 18:15 GMT
ग्वालियर(आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए अमल में लाई गई लाड़ली बहना योजना में न्यूनतम आयु सीमा 23 से घटाकर 21 वर्ष किए जाने से लगभग छह लाख की बढ़ोrरी हुई है और अब लाड़ली बहना का आंकड़ा बढ़कर सवा करोड़ से एक करोड़ 31 लाख हो गया है। इनके खातों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में आयोजित समारोह में सिंगल क्लिक के जरिए राशि अंतरित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना बनाकर लाड़ली बहनों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा, बाकी पैसे राज्य सरकार भरेगी।
उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में जिन गरीब बहनों के नाम छूट गए हैं। उन बहनों से आवेदन लेकर लाड़ली बहना आवास योजना में उनका पक्का घर बनाया जाएगा, जिन गरीब लाड़ली बहनों के बिजली के बढ़े हुए बिल आए हैं, उनके बढ़े बिल सरकार भरेगी। बढ़े हुए बिजली बिलों को इस महीने तक जीरो कर दिया जाएगा और अगले महीने से जिन बहनों की बिजली खपत एक किलोवाट से कम है, उनके बिल सिर्फ 100 रुपये आएंगे। अगले साल से 12वीं कक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक नंबर लाने वाले बच्चों के खाते में 25 हजार रुपये डाले जाएंगे।
बारहवीं कक्षा में गांव और शहर के स्कूल में जो बच्चे प्रथम, द्वितीय, तृतीय रैंक लाएंगे उन्हें स्कूटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से 1269 करोड़ रूपये भेजे और ग्वालियर को 387 करोड़ के विकास कार्यों की दी सौगाते देते हुए कहा कि सवा करोड़ लाड़ली बहनों का परिवार अब और भी बड़ा हो गया है। अब 21 से 23 साल की विवाहित बहनें एवं घर में ट्रैक्टर होने के कारण जो बहनें योजना का लाभ पाने से वंचित रह गई थीं, उन्हें जोड़कर अब यह परिवार लगभग 1.31 करोड़ बहनों का परिवार बन गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना से बहनों के जीवन में बदलाव आ रहा है। कई बहनों ने स्वयं के व्यवसाय आरंभ किए हैं। अक्टूबर माह से बहनों को 1250 रूपए प्रतिमाह जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गैस सिलेंडर पर 200 रूपये कम किए हैं। हमने सावन में 450 रुपए में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का कहा था। इसी क्रम में प्रदेश में एक योजना लागू की जा रही है, जिसके अंतर्गत बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की व्यवस्था होगी और शेष राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि बहनों की आमदनी हर महीने 10 हजार रूपए करने के लिए हमारी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। महिलाओं के स्व-सहायता समूहों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के तीन टोल टैक्स नाके चलाने तक की जिम्मेदारी भी बहनों को दी गई है। टोल टैक्स से संकलित राशि का 30 प्रतिशत बहनों को दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ''मैंने महाकाल महाराज से प्रदेश में पर्याप्त वर्षा की प्रार्थना की है, आज अचलेश्‍वर महादेव मंदिर पर भी वर्षा के लिए माथा टेका है, ईश्‍वर की कृपा और आप सब बहनों के आशीर्वाद से प्रदेश में वर्षा हो रही है।'' केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि समाज में बेटी को बोझ माना जाता था, लेकिन मुख्यमंत्री चौहान ने सामाजिक परिवर्तन के सोच और इस दिशा में किए गए कार्यों से बेटियों के लिए प्रदेशवासियों को दृष्टिकोण बदला है।
Tags:    

Similar News

-->