देश के कई शहरो में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से हुई संपन्न, पुलिस-प्रशासन इम्तिहान में हुई पास

Update: 2022-06-17 12:33 GMT

दिल्ली: बीते जुमे की तरह इस बार भी जिले में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। बीते जुमे को प्रदेश के कई शहरों में हुए बवाल को ध्यान में रखते हुए इस बार पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के कड़े इंतजाम किए थे। धार्मिक स्थलों के बाहर अधिकारियों के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। डीएम-एसएसपी जिले का भ्रमण कर लोगों से संवाद के जरिए शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते रहे। देहात क्षेत्र में संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाके ज्यादा होने के चलते अधिकारियों का फोकस वहां ज्यादा रहा। इन इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने ड्रोन से निगरानी कराई। शांतिपूर्ण तरीके से नमाज खत्म होने के बाद जिले के आलाअधिकारियों ने राहत की सांस ली और जिले में ऑल इज वेल होने की बात कही।

डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि जिले में जुमे की नमाज पर पूर्ण शांति रही। किसी भी क्षेत्र से किसी साजिश या शांति व्यवस्था भंग होने जैसी कोई शिकायत व सूचना सामने नहीं आई। लोगों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन की मदद की। सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की ओर से एहतियातन कड़े इंतजामात किए गए थे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में फोर्स की दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ तैनाती की गई थी। पूर्व से चिन्हित संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी कराई गई। साथ ही सभी अधिकारी धर्म गुरुओं और मस्जिदों के इमाम व मौलानाओं से लगातार संपर्क बनाए रहे। डीएम-एसएसपी ने बताया कि सभी सहयोग से जुमे की नमाज के दौरान जिले भर में शांति व्यवस्था कायम रही। अधिकारियों का कहना है कि इसी तरह की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी।

दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ काम आया पैदल मार्च: जुमे की नमाज पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने वीरवार शाम से देर रात तक पैदल मार्च निकाला। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में डीएम-एसएसपी ने खुद भ्रमण किया और पैदल मार्च में हिस्सा लिया। एसएसपी मुनिराज जी का कहना है कि जुमे से एक दिन पूर्व निकाला गया पैदल मार्च शांति व्यवस्था बनाए रखने में मददगार रहा। इसके पीछे मकसद आमजन में सुरक्षा की भावना पैदा करना और असामाजिक तत्वों में पुलिस का खौफ पैदा करना था। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने जिले भर में कुछ असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर लिया था। उन्हें हिदायत दी गई थी कि अगर उन्होंने आपसी सौहार्द बिगाडऩे की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अधिकारियों ने पैदल मार्च के दौरान क्षेत्र के लोगों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील भी की। इसी प्रयास का नतीजा रहा कि जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई।

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर रखी गई नजर: एसएसपी ने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस ने सर्किल वार पीस कमेटी की बैठक की। इसके अलावा पुलिस मीडिया सेल सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाए हुए था। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले लोग पुलिस की रडार पर थे। इससे पूर्व एसएसपी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनपद वासियों से अपील की थी कि वह भ्रामक पोस्ट डालने से बचें। किसी भी पोस्ट को अग्रसारित करने से पूर्व उसकी सत्यता अवश्य जांच लें। चेतावनी दी गई थी कि अगर किसी व्यक्ति ने भ्रामक पोस्ट डाली तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन किया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि जिले के खुफिया विभाग को भी अलर्ट किया गया था। खुफिया विभाग को हर एक सूचना को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए थे।

इन इलाकों में रहा अधिकारियों का ज्यादा फोकस: कैला भट्टा, इस्लामनगर, संजय नगर सेक्टर.23, डासना, मसूरी, भोजपुर, मोदीनगर, लोनी, लोनी बॉर्डर, शहीदनगर, पसौंडा और मिश्रित आबादी के कुछ इलाकों में अधिकारियों का फोकस ज्यादा रहा। इन सभी इलाकों में जहां डीएम-एसएसपी भ्रमण कर हालातों का जायजा लेते रहे। वहीं, एसपी सिटी निपुण अग्रवाल, एसपी ग्रामीण डा.ईरज राजा, एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह, एडीएम सिटी विपिन कुमार, एडीएम प्रशासन रितु सुहास, एएसपी आकाश पटेल, एसडीएम विनय कुमार सिंह, सीएफओ सुनील कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह, सीओ प्रथम स्वतंत्र सिंह, सीओ अवनीश कुमार, सीओ आलोक दुबे, सीओ अभय कुमार मिश्र, सीओ अंशु जैन, सीओ सुनील कुमार, सीओ रजनीश उपाध्याय और भोजपुर थाने के प्रभारी एवं एएसपी मानुष पारिख ने भी अपने अपने क्षेत्रों में शांति व्यवस्था कायम रखने की कमान बखूबी संभाली। पुलिस ने इन इलाकों की गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। 

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