धनबाद (आईएएनएस)| धनबाद में बाहुबली और क्रिमिनल्स के गैंग्स के बीच अदावत की जंग सड़कों और कोयला खदानों के बाद अब जेल की चहारदीवारी के भीतर भी पहुंच गई है। बीते रविवार को धनबाद जेल में कैदियों के दो समूहों के बीच हिंसक टकराव की घटना में आधा दर्जन कैदी जख्मी हो गए या उन्हें चोटें आईं। हालात पर काबू पाने के लिए जेल प्रशासन को आठ बार घंटी बजानी पड़ी। इससे चहारदीवारी के भीतर भगदड़ जैसी स्थिति मच गई। इस वारदात के बाद जेल के भीतर के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और अगर वक्त रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो यहां भी गैंगवार जैसी नौबत आ सकती है।
इस वारदात के बाद सोमवार देर शाम जेल सुपरिंटेंडेंट अजय कुमार ने मारपीट में शामिल चार कैदियों वासेपुर निवासी गैंगस्टर प्रिंस खान के करीबी अनवर उर्फ रहमत, भोमा राजा, श्याम कोठी करकेंद निवासी विक्की डोम तथा घनुआडीह निवासी विनोद सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस को दी गई तहरीर में अजय कुमार ने बताया है कि रविवार की दोपहर धनबाद जेल के अंदर चारों ने विधि व्यवस्था भंग कर सरकारी काम में बाधा पहुंचाई। पगला सायरन बजा कर भीड़ को तितर-बितर किया गया। बता दें कि जेल के अंदर बेहद आपात स्थिति में पगली घंटी बजाई जाती है।
जेल के भीतर हुई इस भिड़ंत को समझने के लिए धनबाद में सक्रिय गैंग्स के बारे में जानना जरूरी है। इन दिनों दो गैंग्स ने कोयलांचल में सबसे ज्यादा आतंक मचा रखा है। एक गैंग का सरगना वासेपुर निवासी प्रिंस खान है, जिसने खाड़ी देश में पनाह ले रखी है। वह वहीं से गैंग ऑपरेट कर रहा है। कारोबारियों, ठेकेदारों से रंगदारी वसूल रहा है। दहशत फैलाने के लिए उसके गुर्गे कभी सरे बाजार फायरिंग करते हैं, तो कभी किसी को मौत के घाट उतार देते हैं। दूसरा गैंग अमन सिंह नामक क्रिमिनल सरगना का है। वह इन दिनों हजारीबाग सेंट्रल जेल में बंद है, लेकिन उसके गुर्गे पूरे कोयलांचल में सक्रिय हैं। वे भी कारोबारियों से लेकर डॉक्टरों तक को धमकाते हैं। कुछ महीने पहले प्रिंस और अमन दोनों के गैंग के बीच हाथ मिलाने की खबरें आई थीं, लेकिन इन दिनों दोनों गिरोह में दूरियां बढ़ गई हैं। इन दोनों गिरोहों से ताल्लुक रखने वाले तकरीबन एक दर्जन गुर्गे धनबाद जेल में बंद हैं।
जेल में बंद कैदियों का एक तीसरा समूह भी है, जिनके ताल्लुकात धनबाद के बाहुबली राजनीतिक घराने सिंह मैंशन से हैं। सिंह मैंशन दरअसल 70-80 के दशक में धनबाद के सबसे बड़े बाहुबली रहे सूरजदेव का घराना है। सूरजदेव सिंह अब दुनिया में नहीं हैं। उनके पुत्र पूर्व विधायक संजीव सिंह अपने ही चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या के आरोप में इसी जेल में बंद हैं। संजीव सिंह के जेल में रहने की वजह से सिंह मैंशन की कमान इन दिनों उनकी पत्नी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह के हाथ में है। हाल में गैंगस्टर प्रिंस खान ने एक वीडियो जारी कर रागिनी सिंह और सिंह मैंशन को खुलेआम धमकी दी थी। रविवार को जेल के भीतर मारपीट और टकराव की जो वारदात हुई, उसमें प्रिंस खान और सिंह मैंशन के समर्थक कैदी आमने-सामने हुए थे।
बहरहाल मारपीट के बाद अनवर व विनोद सहित अन्य आरोपियों को धनबाद जेल के अलग-अलग सेल में बंद कर दिया गया है। संजीव सिंह को भी जिस सेल में रखा गया है, उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जेल अधीक्षक ने पूरे मामले पर जेल आईजी, धनबाद डीसी और एसएसपी को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में उन्होंने जेल के हालात का ब्योरा दिया है। जेल आईजी ओम प्रकाश सिंह ने जेल अधीक्षक अजय कुमार को आदेश दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति धनबाद जेल में नहीं होनी चाहिए। जेल आईजी ने जेल का माहौल खराब करने वालों की सूची बनाकर उनके जेल ट्रांसफर का भी प्रस्ताव बनाकर डीसी के मंतव्य के साथ भेजने को कहा है। चर्चा है कि जेल प्रशासन प्रिंस खान के दोनों भाइयों के अलावा सिंह मैंशन के करीबी कैदियों को दूसरी जेल में ट्रांसफर किया जा सकता है।