इंद्रनील दत्त
असम। मानवयुक्त समपार फाटकों को हटाने के लिए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी)/रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण किया जाता है और यह भारतीय रेल के सभी जोनलों में एक सतत प्रक्रिया है। लेवल क्रॉसिंग (एलसी) को समाप्त करने की प्राथमिकता ट्रेन परिचालन में सुरक्षा पर इसके प्रभाव, ट्रेनों की गतिशीलता, सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए प्रभाव और व्यवहार्यता आदि पर आधारित है। वर्ष 2014-2023 के दौरान, सभी जोन में कुल 1654 आरओबी और 9213 आरयूबी का निर्माण हुआ हैं और 30602 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
25 जुलाई, 2023 तक सभी जोनल रेलवे पर कुल 1863 आरओबी और 2490 आरयूबी स्वीकृत हुए है, जो योजना और निष्पादन के विभिन्न चरणों में हैं। 2014 - 2023 (31 मई, 2023 तक) के दौरान, पू. सी. रेल के क्षेत्राधिकार के अधीन विभिन्न राज्यों में कुल 119 आरओबी और 532 आरयूबी का निर्माण किया गया है, जिससे ट्रेन परिचालन की सुरक्षा काफी हद तक बढ़ गई है। भारतीय रेल ने ट्रेन परिचालन सुरक्षा में सुधार, गति बढ़ाने और सड़क क्रॉसिंग कार्यों में तेजी लाने के लिए नई नीतियां लागू की हैं। समपार फाटकों के समाप्त होने से रेल और सड़क से जुड़ी दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।