अफगानिस्तान के हालात को लेकर G-20 की अहम बैठक, PM मोदी ने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एकजुट होने की अपील

अफगानिस्तान में हालात को लेकर मंगलवार को होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।

Update: 2021-10-12 15:27 GMT

अफगानिस्तान में हालात को लेकर मंगलवार को होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। वर्चुअल माध्यम से हुए इस सम्मेलन में तालिबान द्वारा सत्ता का नियंत्रण हासिल करने के बाद युद्ध ग्रस्त देश में बनी स्थिति पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ।

पीएम मोदी ने किया एकजुट होने का आह्वान
अफगानिस्तान पर जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इसके बिना अफगानिस्तान की स्थिति में जरूरी बदलाव लाना मुश्किल होगा।
सबके साथ 'सम भाव' और 'मम भाव' जरूरी
मोदी ने कहा कि हम अपने साथ-साथ दूसरों के भी अधिकारों की चिंता करें, दूसरों के अधिकारों को अपना कर्तव्य बनाएं और हर किसी के साथ 'सम भाव' व 'मम भाव' रखें। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार का बहुत ज्यादा हनन तब होता है, जब उसे राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है, राजनीतिक नफा-नुकसान के तराजू से तौला जाता है।
उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार लोकतंत्र के लिए भी बेहद नुकसानदायक होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विकास' का मंत्र हर व्यक्ति के लिए मानवाधिकारों की गारंटी है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों का मूल हर व्यक्ति की गरिमा सुनिश्चित करना है।
एससीओ सीएसटीओ आउटरीच शिखर सम्मलेन में भी हिस्सा लिया था
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी भी इस सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे। मंत्रालय ने बताया कि इस सम्मेलन के एजेंडा में अफगानिस्तान में मानवीय जरूरतों को लेकर प्रतिक्रिया, सुरक्षा स्थिति, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और मानवाधिकारों पर विचार-विमर्श जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, जी-20 की इटली की अध्यक्षता की ओर से निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 12 अक्तूबर को अफगानिस्तान पर वर्चुअल माध्यम से होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस सम्मेलन का आयोजन इटली कर रहा है, जो जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने अफगानिस्तान के हालात पर एससीओ सीएसटीओ (कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) आउटरीच शिखर सम्मलेन में हिस्सा लिया था। इस दौरान पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम को लेकर भारत का पक्ष रखा था। उन्होंने कहा था कि इसका सबसे ज्यादा असर भारत जैसे पड़ोसी देशों पर होगा। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर हाल ही में न्यूयॉर्क में अफगानिस्तान पर जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल हुए थे।
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