इंजीनियर के घर छापे में मिली अकूत दौलत, 1 किलो सोना, 10 लाख कैश, और...
विजिलेंस टीम ने की ताबड़तोड़ छापेमारी।
मलकानगिरी: ओडिशा विजिलेंस विभाग ने अब तक सबसे बड़ी अधिक नकदी को जब्त किया है. जनजातिय बहुल मलकानगिरी जिले में तैनात एक सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर आशीष कुमार दाश से विजिलेंस टीम ने करोड़ों रुपये कैश और सोने के जेवरात जब्त किए हैं. विजिलेंस को आशीष की अकूत दौलत का पता लगाने में लगभग चार दिन लग गए. बताया गया है कि यह पैसा नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों के लिए जारी हुआ था जिसे भ्रष्ट बाबुओं ने लूट लिया.
25 मार्च को विजिलेंस विभाग को खबर मिली थी कि मलकानगिरी जिले के रुरल वर्क्स डिपार्टमेंट के सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर आशीष कुमार दाश लाखों की नकदी लेकर कहीं जा रहे हैं. इसके बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और आशीष कुमार दाश को रास्ते में ही रोक लिया. तलाशी लेने पर विजिलेंस टीम ने उनके पास से 10 लाख 23 हजार 970 रुपये जब्त किए.
विजिलेंस अधिकारियों ने उस दिन इस रकम को डीसीबी बैंक के ब्रांच मैनेजर को 10 लाख 23 रुपये सौंपते हुए आशीष कुमार दाश को हिरासत में ले लिया. इसके बाद विजिलेंस टीम ने आशीष कुमार दाश के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की और उसकी एक करोड़ 36 लाख रुपये की नकदी का खुलासा किया.
विजिलेंस अधिकारियों को मलकानगिरी स्थित आशीष कुमार दाश के घर से 1 किलो 200 ग्राम सोना भी मिला है. इसके अलावा बैंकों में 4 करोड़ रुपये की एफडी/सेविंग्स/बीमा जमा का पता चला है.
विजिलेंस निदेशक वाई के जेठवा ने कहा, 'तलाशी के दौरान आशीष कुमार दाश की ओर से एक्सिस बैंक (परिवार, रिश्तेदारों, सहयोगियों के नाम पर ) में 12 खाते चलाए जाने की जानकारी मिली है. इन खातों में 2.25 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं. साथ ही आशीष ने अपनी पत्नी के नाम पर शांतिवान सोसाइटी में 32 लाख 30 हजार रुपये का एक अपार्टमेंट भी खरीदा हुआ है. उसके अन्य बैंक खातों और दो लॉकरों की और जांच की जा रही है.'