दिल्ली। पिछले दो दिन दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिला. हालांकि अब ये कमजोर होकर भारत के इलाकों से जा चुका है. लेकिन आज भी कई राज्यों में बारिश की संभावना बरकरार है. उधर, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है. इसका असर अब मैदानी इलाकों में भी पड़ने लगा है. दिल्ली में आज, 12 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 28 दर्ज किया जा सकता है. वहीं, आज राजधानी में कोहरा छाया रहेगा. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान में लगातार कमी देखने को मिलेगी. वहीं, सुबह के वक्त कोहरा रहेगा. इसके अलावा 12 दिसंबर से दिल्ली और एनसीआर में भी हवाएं तेज हो सकती हैं. जिससे प्रदूषण से कुछ राहत देखने को मिल सकती है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. वहीं, सुबह के वक्त कोहरा रहेगा. नोएडा में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. यहां भी सुबह के वक्त कोहरा रहेगा और दिन के वक्त आसमान साफ रहेगा.
मौसम का पूर्वामुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, 13 दिसंबर तक उत्तरी मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियां हो सकती हैं. मुंबई में बादल छाए रहेंगे और अलग-अलग हल्की बारिश होगी. 12 और 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में भी हल्की बारिश हो सकती है. उमरिया, दमोह, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, बैतूल, होशंगाबाद, खंडवा और खरगोन जैसी जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. इन बेमौसम बारिश का कृषि समुदाय पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ सकता है लेकिन दिन के तापमान में कुछ हद तक गिरावट आ सकती है.
चक्रवाती तूफान तो जा चुका है लेकिन कई राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी तट पर एक या दो भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. लक्षद्वीप और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. तेलंगाना और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश हो सकती है.
विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. 13 दिसंबर 2022 को भी तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और केरल और माहे में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है और इसके बाद क्षेत्र में वर्षा की गतिविधि में कमी आएगी.