राष्ट्र का पुनर्निर्माण करना है तो 50 साल की सोच लेकर करना होगा विकास : मंत्री नितिन गडकरी

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्र का पुनर्निर्माण करना है तो 50 साल की सोच लेकर चलना होगा और इसके लिए मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।

Update: 2021-03-14 18:20 GMT

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्र का पुनर्निर्माण करना है तो 50 साल की सोच लेकर चलना होगा और इसके लिए मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है। ऐसे काम में अहंकार नहीं, आत्मविश्वास की जरूरत है और इसमें अंतर है। काम को इच्छाशक्ति के साथ पूरा करने का वादा करना होगा। वे प्रशासन अकादमी में रविवार से शुरू हुए भारतीय शिक्षण मंडल के तीन दिनी नेशनल एक्सपो सार्थक एजुविजन के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में शामिल विषय विशेषज्ञ शिक्षा को रोजगार से जोड़ने और उसमें नए प्रयोग को लेकर सुझाव देंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोच में कमी हमारी बड़ी समस्या है। चुनाव जीतना महत्वपूर्ण होता है, पर राष्ट्र निर्माण का विचार करने वाले सदियों में होते हैं। पूर्णता के साथ लक्ष्य तक पहुंचना जरूरी होता है। हमें देश को विश्व की नंबर-वन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 111 करोड़ की अधोसंरचना बनाना है। अगले तीन साल में भारतीय सड़क अधोसंरचना को अमेरिका की अधोसंरचना की बराबरी पर पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि जिसमें हुनर है, उसे रोजगार है। आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य रोजगार निर्माण करना है। शिक्षा के जरिये कुछ नया करने की सोच आपको देना है। कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष डीपी सिंह, सच्चिदानंद जोशी, अनिल सहस्रबुद्घे, लोनिवि मंत्री गोपाल भार्गव, एमएसएमई मंत्री ओपी सखलेचा, कुलपति सुनील कुमार उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में एक ऐसी भी सरकार आई, जिसमें गुरजी-शिक्षाकर्मी बना दिए। शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया जिसे पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम राइज स्कूल खोलकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में भारतीय विचार को समाहित किया है। इसे ढंग से जमीन पर उतारने की कोशिश है। इस साल प्रदेश के कुल बजट की 10 फीसद राशि शिक्षा पर खर्च कर रहे हैं। विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं। कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने जनता को एक बार फिर चेताया कि कोरोना संकट अभी टला नहीं है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण होने के बाद हम लापरवाह हो गए हैं।


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