फतेहपुर: सीकर के फतेहपुर शेखावाटी के पास ढांढण गांव की एक टीचर कमला देवी ने अपने बेटे की मौत के बाद विधवा हुई, बहु सुनीता की फिर से शादी करा कर सास के रूप में मां की भूमिका निभाई और समाज को सकारात्मक बदलाव का संदेश दिया.
कमला देवी ने बताया कि उसके बेटे शुभम की सिंतबर 2016 में रूस के किर्गिस्तान में MBBS की पढ़ाई के दौरान ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई थी. कमला ने हमेशा से अपनी बहु को बेटी के समान माना और बेटे की मौत के बाद बहु को बीएड करवाकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित किया. 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद बहु सुनीता इतिहास विषय में व्याख्याता के पद पर चयनित हुई. वर्तमान में चूरू के सरदारशहर के नैणासर के राजकीय स्कूल में व्याख्याता हैं. बहु को आत्मनिर्भर बनाकर सास कमला देवी ने उसकी शादी सीकर के चंदनपुरा के रहने वाले मुकेश से करा दी.
टीचर कमला बांगड़वा ने विवाह के दौरान कन्यादान समेत सभी रस्मों को निभाया और जीवन भर खुश रहने का आशीर्वाद बेटी सुनीता को दिया. बेटी को विदा करते हुए टीचर कमला के आंखू से आंसू छलक पड़े. बहु के पुन: विवाह की इस पहल सास कमला बांगड़वा की समाज के लोगों ने भी तारीफ की.