दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी, तो देखने को मिलेगा साबरमती नदी जैसा रिवर फ्रंट: वीरेंद्र सचदेवा
नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गुरुवार को यमुना नदी में डुबकी लगाई। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी को साफ करने के नाम पर सिर्फ दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। वह हर वादे की तरह, 2025 चुनाव से पहले यमुना नदी में डुबकी लगाने का वादा भी नहीं पूरा कर पाए।
आईएएनएस से बातचीत के दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, हमने अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी के लिए दो कुर्सियां लगाईं। हम इंतजार कर रहे हैं कि वे आएंगे, लेकिन वे नहीं आए। हम चाहते थे कि वह यहां आएंं, और दिल्ली के लोगों को बताएं कि आज यमुना की स्थिति ऐसी क्यों है। उन्हें दिल्ली के लोगों का दर्द समझना चाहिए, खासकर तब जब छठ पर्व बस दस दिन दूर है। हमारे पूर्वांचल के भाई-बहन पूरे भारत में इस त्योहार को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाते हैं, भगवान सूर्य की पूजा करते हैं। मेरी माताएं यमुना में खड़ी होकर कैसे अनुष्ठान करेंगी, जहां कोई पानी को छू भी नहीं सकता? यह हमारी चिंता है। शायद अरविंद केजरीवाल यह देखें तो उन्हें समझ में आए।"
आम आदमी पार्टी का दावा है कि भाजपा राजनीति कर रही है। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, आम आदमी पार्टी काम नहीं कर रही, वह काम तमाम कर रही है। 10 साल के शासन में दिल्ली सरकार ने दिल्ली को लूटने काम किया है। मैं दिल्ली की सीएम आतिशी से पूछना चाहता हूं कि उनकी सरकार ने 10 साल में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए क्या किया। दिल्ली में भाजपा की सरकार आने के बाद साबरमती फ्रंट दिल्ली में भी देखने को मिलेगा।
वीरेंद्र सचदेवा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, मां यमुना जीवनदायिनी हैं। भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक हैं। लेकिन, आज दिल्ली का कोई भी व्यक्ति यमुना के घाट पर पूजा नहीं कर सकता। छठ पर्व आ रहा है। हमारी मां-बहनें पूजा कहां करेंगी।
आज मैंने मां यमुना के घाट पर डुबकी लगा कर एक दिल्लीवासी के तौर पर मां यमुना से क्षमा मांगी। दिल्ली में यमुना का ऐसा कोई घाट नहीं है, जो स्वच्छ हो। अरविंद केजरीवाल एवं आतिशी की सरकार ने यमुना सफाई फंड के 8500 करोड़ रुपये लूटकर खा लिए, पर मां यमुना की सफाई नहीं की। दिल्ली सरकार के पास यमुना नदी के पास आने का वक्त नहीं है। हम तो रेड कार्पेट बिछा कर इंतजार कर रहे थे। लेकिन नहीं आए, आज इनमें दिल्ली वालों से आंख मिलाने की ताकत नहीं है, क्योंकि इन्होंने दिल्ली वालों को सिर्फ धोखा दिया है और दिल्ली को लूटा है।