नई दिल्ली: बिहार के एक IAS अधिकारी ने ही बिहार के सबसे बड़े यूनिवर्सिटी की पोल खोल दी है. उन्होंने ट्वीट कर पटना यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया एक सर्कुलर को शेयर किया. उन्होंने उसमें की गई गलतियों को चिन्हित किया. जिसके बाद उनका यह ट्वीट वायरल हो रहा है.
पटना यूनिवर्सिटी की तरफ इंग्लिश में जारी किए गए सर्कुलर में व्याकरण और वाक्य विन्यास की कई अशुद्धियां थी. इसे लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर बिहार के कॉलेजों में किस प्रकार के शिक्षक और प्रोफेसर हैं, जो सही तरीके से अंग्रेजी में एक सर्कुलर तक नहीं लिख सकते हैं.
केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के इस सर्कुलर को आईएएस अधिकारी संजय कुमार ने शेयर किया. एचओडी डॉ. बिना रानी के द्वारा यह सर्कुलर 10 जून को जारी किया गया था. जिसमें पटना विश्वविद्यालय के पीएचडी और रिसर्च के छात्रों को निर्देश दिया गया था कि वह अपना अटेंडेंस रोजाना अटेंडेंस रजिस्टर में दर्ज करें. ऐसा नहीं करने पर उन्हें उस दिन के लिए अनुपस्थित दिखाया जाएगा.
संजय कुमार से फोटो को शेयर करते हुए लिखा- यह नोटिस, पटना विश्वविद्यालय के एक प्रमुख विभाग द्वारा जारी किया गया था. नोटिस में इस्तेमाल किया गया व्याकरण और वाक्य विन्यास, एक प्रोफेसर के लिए बहुत लो स्टैंडर्ड का है. लापरवाही या अक्षमता, ये जो कुछ भी है, हमारी उच्च शिक्षा की स्थिति को बताती है.
संजय कुमार ने इस ट्वीट में बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा विभाग और अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को भी टैग किया है.
मामला की गंभीरता को देखते हुए पटना यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की तरफ से एक नया नोटिस जारी किया गया. इसमें बताया गया कि typo/clerical गलतियों की वजह से पुराना नोटिस हटाया गया है.
बता दें, संजय कुमार फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक वह बिहार सरकार में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव थे. संजय कुमार स्वास्थ्य विभाग में भी प्रधान सचिव के पद पर काम कर चुके हैं. वह 1990 बैच के बिहार कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं.