IAS पर डॉक्टर से बदसलूकी का आरोप, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने की हड़ताल
जानें पूरा मामला.
रांची (आईएएनएस)| हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की प्रशासक प्रेरणा दीक्षित (आईएएस) के खिलाफ आंदोलित डॉक्टरों ने बुधवार को हड़ताल कर दी। इस कारण मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज घंटों ठप रहा। हजारीबाग की उपायुक्त के हस्तक्षेप पर लगभग चार घंटे बाद हॉस्पिटल में आपातकालीन सेवा बहाल कर दी गई है, लेकिन उन्होंने प्रशासक प्रेरणा दीक्षित को हटाने की मांग को लेकर विरोध जारी रखने का फैसला लिया है। डॉक्टरों का आरोप है कि आईएएस ने मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ विशाल के साथ न केवल बदसलूकी की, बल्कि उनके कहने पर उनके बॉडीगार्ड ने डॉक्टर को कॉलर पकड़कर उनके चैंबर से बाहर निकाल दिया।
इस प्रकरण को लेकर मंगलवार को बुधवार को चिकित्सकों ने बैठक की। इसमें यह फैसला लिया गया कि जब तक आईएएस प्रेरणा दीक्षित को हजारीबाग से नहीं हटाया जाता है, तब तक काम पर वापस नहीं लौटेंगे। इस बाबत चिकित्सको ने डीसी को पत्र भी लिख कर दे दिया है। पत्र में डॉक्टरों के मान सम्मान की सुरक्षा, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और डॉक्टर से बदसलूकी करने वाली आईएएस से माफी मांगने की मांग शामिल है।
डॉक्टरों का कहना है कि डॉक्टरों के साथ जिस तरह से व्यवहार किया जा रहा है, यह बेहद दुखदाई, शर्मनाक और चिंतनीय है। डॉक्टरों की कोशिश होती है कि वह अपना भरपूर सेवा दें. लेकिन सेवा देने के बावजूद अब प्रशासनिक पदाधिकारी उन लोगों के साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं, तो यह खेद का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पदाधिकारी डॉक्टरों से माफी नहीं मांगेंगी, वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल जाएंगे और इसकी पूरी जिम्मेवारी प्रशासन पर होगी।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक ने प्राचार्य को आवेदन दिया है और उसमें लिखा है कि कुछ दिन पहले ही डीडीसी प्रेरणा दीक्षित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों के व्हाट्सएप ग्रुप में जबरन शामिल हुईं। इसके बाद ग्रुप में ही धमकियों भरी भाषा और अपशब्द का प्रयोग करने लगीं। आवेदन में यह भी कहा गया है डॉक्टरों के साथ लगातार अव्यावहारिक, अपशब्द, मानसिक प्रताड़ना और डॉक्टर विशाल के साथ दुर्व्यवहार से प्रतीत होता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।