नई दिल्ली (आईएएनएस)| सूरत की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, इंकलाब जि़न्दाबाद। मैं बीजेपी-आरएसएस से नहीं डरता। राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को शहीद दिवस पर सादर नमन! सच और हिम्मत का दामन थाम, देश के लिए बेखौफ लड़ते जाना, भारत मां के इन्हीं वीर सपूतों से सीखा है। इंकलाब जि़न्दाबाद।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर कहा, ए तलवार तुझे झुकना होगा गर्दन ने बगावत कर दी है। राहुल गांधी को डराना आपके बस की बात नहीं है पीएम मोदी, अडानी को बचाने की सारी कोशिशें नाकाम होंगी।
वहीं कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से जारी बयान में कहा गया है, सबको पता है। राहुल गांधी तानाशाह के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। गलत को गलत कहने का साहस दिखा रहे हैं। इस साहस से तानाशाह घबराया हुआ है। कभी ईडी, कभी पुलिस, कभी केस, कभी सजा से डराने में जुटा है। राहुल गांधी इस मामले में न्यायसंगत अपील दायर करेंगे। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने एक वीडियो संदेश के साथ ट्विटर पर लिखा है, मैं सत्य में विश्वास करता हूं। मैं सत्य के लिए लड़ता हूं। मैं बीजेपी-आरएसएस से नहीं डरता.. और यही बात उन्हें परेशान करती है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम कहते रहे हैं कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है, क्योंकि न्यायपालिका, चुनाव आयोग, ईडी पर दबाव है और उन सभी का दुरुपयोग किया जा रहा है। सभी फैसले प्रभाव में लिए जाते हैं। इस तरह की टिप्पणियां आम हैं. राहुल गांधी एक साहसी व्यक्ति हैं और केवल वही एनडीए सरकार के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
वहीं हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा कि राहुल गांधी की आवाज दबने वाली नहीं है। वह गरीब, मजबूर वर्ग की आवाज उठा रहे हैं, इसलिए भाजपा सरकार ने उन पर केस करवाया है। मगर उन्हें बेल मिल गई है। कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ जनता का भरपूर समर्थन है। इसलिए सरकार उन्हें रोकने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। राहुल गांधी ने संसद में कोई अमर्यादित बात नहीं कही, फिर भी माइक बंद कर दिया गया। संसद नहीं चलने दी गई। सरकार राहुल गांधी से डर गई है। उन्होंने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक यात्रा निकाल कर जमीन पर जनता की समस्या समझी है।