कोवैक्सीन का बच्चों पर ह्यूमन ट्रायल सफल...पहले चरण में 12 से 18 साल के बच्चों को दी गई थी डोज
पॉजिटिव न्यूज़!
कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए एक अच्छी खबर सामने आयी है. दो हफ्ते पहले भारत बायोटेक के कोवैक्सीन का बच्चों पर ह्यूमन ट्रायल (Corona Vaccination Human Trials) शुरू हुआ है. पहले चरण में 12 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया. इस ट्रायल से सकारात्मक खबर सामने आई है.
वैक्सीन देने के बाद किसी भी बच्चे में रिएक्शन या साइड इफेक्ट नहीं दिखाई दिया है. मंगलवार तक आए इन अच्छे परिणामों को देखते हुए अब बुधवार से 6 से 11 साल के बच्चों पर दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो रहा है.
कोई साइड इफेक्ट नहीं, कोई रिएक्शन नहीं
पहले चरण में बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज दिए जाने के बाद उनके ब्लड सैंपल्स नई दिल्ली के लैब में टेस्टिंग के लिए भेजे गए. मंगलवार को उनकी रिपोर्ट आ गई. रिपोर्ट सकारात्मक होने की वजह से अब बुधवार से ह्यूमन ट्रायल का दूसरा चरण शुरू किया जा रहा है. यह ट्रायल 6 साल की उम्र से 11 साल की उम्र के बच्चों पर किया जाएगा.
ह्यूमन ट्रायल के पांच केंद्रों में से एक नागपुर
देश में ह्यूमन ट्रायल के लिए पांच केंद्रों को चुना गया है. इनमें से नागपुर भी एक है. यहां पहले चरण में 41 बच्चों पर ट्रायल किया गया. अच्छी बात यह रही कि इनमें से 38 बच्चों पर कोई साइड इफेक्ट नजर नहीं आया. बाकी दो-तीन बच्चों को भी बस हल्का सा बुखार आया जो पैरासेटामोल की एक खुराक से ठीक हो गया.
तीन चरणों में हो रहा है ट्रायल
छोटे बच्चों पर मेडिट्रेना अस्पताल में कोवैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल किया जा रहा है. यह तीन चरणों में किया जा रहा है. पहले चरण में 41 बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया. दूसरे चरण में 6 से 11 और तीसरे चरण में 2 से 6 साल के बच्चों पर ह्यूमन ट्रायल किया जाएगा. इस दौरान अगर अगले दो ट्रायल में भी सकारात्मक परिणाम सामने आए तो बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए यह बेहद अच्छी बात होगी.