Hamirpur. हमीरपुर। हिमाचल पथ परिवहन निगम हमीरपुर डिपो ने एचआरटीसी के 50 वर्ष पूरे होने की खुशी में यात्रियों को बुधवार सुबह के समय हल्वे के रूप में प्रसाद बांटा। यात्री भी बस अड्डे में मिल रहे प्रसाद को लेने में काफी उत्साहित नजर आए। हमीरपुर बस अड्डा में एचआरटीसी का वैनर और टेबल पर सजी हल्वे की प्लेंटें देखकर हर कोई वहां पहुंचकर प्रसाद ग्रहण कर रहा था। बताया जा रहा है कि प्रदेश के सभी बस अड्डों में आज निगम की गोल्डन जुबली के उपलक्ष्य पर हल्वा प्रसाद, लड्डू इत्यादि लोगों को बांटकर निगम कर्मचारियों ने जश्र मनाया है। इसके अलावा यात्रियों को निगम के पुराने इतिहास के बारे में भी बताया कि दो अक्तूबर, 1974 को एचआरटीसी प्रदेश में असितत्व में आई और उस समय नामात्र के रूट होते थे। निगम में उस समय 733 बसें और करीब 3500 कर्मचारी होते थे।
जोकि वर्तमान में बढक़र बसों की संख्या 4200 पहुंच गई है, तो वहीं कर्मचारियों का कुनबा 12 हजार पहुंच चुका है। वर्तमान में प्रदेश के 31 डिपो में 3600 रूटों पर प्रदेश के करीब छह लाख यात्रियों को एचआरटीसी प्रतिदिन सफर करवाती है। निगम घाटे वाले रूटों पर भी लोगों की सुविधा को देखते बसें चला रहा है, ताकि लोगों को आने-जाने में किसी तरह की असुविधा न झेलनी पड़े। एचआरटीसी में एक वर्ष में करीब 20 करोड़ किलोमीटर सफर करती हैं और प्रतिदिन प्रदेश के लोगों को 45 से 50 लाख रुपए की सबसिडी मुहैया करवाती है। एचआरटीसी प्रदेश की रीढ़ की हड्डी है, जोकि प्रदेश के लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाने का काम करती है और दुर्गम क्षेत्रों में भी लोगों को सुविधा मुहैया करवाने में लगी हुई है। प्रदेश के सभी बस अड्डे और निगम कार्यालय गोल्डन जुबली को लेकर पहले ही सजाए गए थे, जोकि शाम ढलते ही रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहे हैं। इस दौरान एचआरटीसी की संयुक्त समन्वय समिति के सदस्या काफी संख्या में मौजूद रहे।