Sujanpur. सुजानपुर। सुजानपुर प्रशासन का कमाऊपूूत ऐतिहासिक चौगान लाखों रुपए कमाने के बावजूद अपने ऊपर खर्च को लेकर तरस रहा है। प्रशासन की इस अनदेखी के चलते हर कोई कोसता नजर आ रहा है। लापरवाही इतनी है कि नए चैनल गेट स्थापित करने से पूर्व फिलहाल खोले गए द्वारों को बंद करने के लिए भी प्रशासन कदम नहीं उठा रहा है, जबकि चौगान के सौंदर्यकरण को लेकर राजनीतिक नेता बड़ी-बड़ी डींगे हांक रहे हैं। सुजानपुर के होली उत्सव में लगने वाले मेले के दौरान दुकानों व हॉट आदि से करोड़ों रुपए का चौगान से तहबाजारी के रूप में राजस्व इक्क्ठा होता है, लेकिन इस कमाऊपूत पर खर्च करने को लेकर प्रशासन आंखें फेर लेता है। मेले के दौरान चौगान में वाहनों के प्रवेश को लेकर दो-तीन स्थान से रेलिंग हटाई जाती है।
इसके उपरांत उसे पुन: बंद कर दिया जाता है, लेकिन हैरत है कि इस बार आठ माह बीत जाने पर भी उन रास्तों को बंद नहीं किया गया है और वाहन चौगान में सरपट दौड़ रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन वहां पर अब चैनल गेट बनाने के एस्टीमेट की बात कर रहा है। लोगों का कहना है कि फिलहाल इन प्रवेश द्वारों को बंद करने को लेकर प्रशासन की यह अनदेखी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकती है। दिन भर तथा शाम ढलते ही दोपहिया व चार पहिया सीखने वाले नौसिखिए बेधडक़ वाहनों को चला रहे हैं। चौगान में पड़े मिट्टी के ढेर प्रशासन की लापरवाही को उजागर करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह मामला स्थानीय विधायक के ध्यान में भी लाया गया था, लेकिन आज तक चौगान के खोले रास्ते बंद नहीं हुए हैं। लोगों में रोष है कि जब तक चैनल गेट स्थापित नहीं होते तब तक गेटों को बंद करने में कोई बड़ा बजट का प्रावधान नहीं करना पड़ेगा, लेकिन प्रशासन के रवैय को लेकर जनता में खासी चर्चा है।