Dadlaghat. दाड़लाघाट। अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग बागा के श्रमिकों ने वेतन समझौते पर सहमति नहीं बनने के कारण शालूघाट बाड़ूबाड़ा मंदिर के नजदीक शांतिपूर्ण शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 300 श्रमिकों ने भाग लिया, जिससे उद्योग का कामकाज ठप रहा। अल्ट्राटेक कामगार संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार और महामंत्री सुनील कुमार ने बताया कि जो श्रमिक यहां से सेवानिवृत्त होकर गए है उनकी ग्रेच्युटी भी नहीं दी गई बहुत से श्रमिकों को यूनिफार्म, गर्म जैकेट की सुविधा से वंचित है। वार्षिक छुट्टी भी केवल 12 ही देते है और मासिक वेतन भी केवल 26 दिन का दिया जाता है। इसके अतिरिक्त वेज बोर्ड में भी दो श्रेणी में बांटा गया है, जबकि कर्मचारी क्रमांक सभी का समान और कर्मवद्ध है लेकिन मासिक वेतन में भिन्नता बहुत अधिक है। अल्ट्राटेक कंपनी श्रमिकों के साथ खुला श्रम कानून की अवहेलना कर रहा है जो हिमाचल सरकार ने 25 रुपए की बढ़ोतरी की है वह भी श्रमिकों को नहीं दिया गया।
इससे पूर्व भाजपा सरकार ने 50 रुपए की बढ़ोतरी की थी वह पैसा भी कंपनी खुलेआम नहीं दिया और किसी भी प्रकार का वेतन समझौता भी अल्ट्राटेक प्रबंधक वर्ग नहीं कर रहा। हिमाचल प्रान्त के महामंत्री यशपाल हैटा ने कहा कि यदि समय पूर्व वेतन समझौता नहीं होता फिर हम लगातार हड़ताल करेंगे लेकिन श्रमिकों के शोषण को नहीं होने देंगे। अखिल भारतीय सीमेंट महासंघ के महामंत्री ने कहा की इस शक्ति प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश के छह सीमेंट उद्योगों से पदाधिकारी उपस्थित रहें और सभी ने सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन किया है इसलिए शीघ्र हिमाचल सीमेंट महासंघ की कार्यसमिति का गठन होगा, जिससे सीमेंट उद्योगों में श्रमिकों के शोषण पर रोक लगाने का भरसक प्रयास किया जाएगा, क्योंकि महासंघ बनने के बाद एक ही आवाज से हिमाचल के सारे सीमेंट उद्योग बंद होंगे लेकिन श्रम क़ानून की अनदेखी जो भी करेगा उसके लिए महासंघ एकजुटता से कार्य करेगा। इस दौरान प्रदर्शन में सभी ने अपने विचार रखे आगे की रणनीति बनाई, जिसमें सभी ने अन्याय और शोषण के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शीघ्र होगा और वह आंदोलन मुख्य द्वार कम्पनी के अंदर होगा।