HP: व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाने को हर विषय में होगी प्रयोगिक परीक्षा

Update: 2024-10-31 10:08 GMT
Hospice. धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की ओर से अब छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए संस्कृत व्याकरण तैयार किया जाएगा। कक्षा छठी से संस्कृत की नवीन पुस्तक के नए सत्र से प्रारंभ करने पर प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मेजर डा. विशाल शर्मा ने कहा कि एनसीईआरटी द्वारा निर्मित नवीन पाठ्य पुस्तक कक्षा छठी से वर्ष 2026 से आरंभ की जाएगी। बोर्ड सचिव ने बताया कि कक्षा छठी के लिए कुछ विषयों की पुस्तकें तैयार कर ली गई हैं, जबकि कुछ पुस्तकें तैयार हो रही हैं। अत: इनको 2026 से ही प्रारंभ किया जाएगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डा. (मेजर) विशाल शर्मा की अध्यक्षता में हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसमें परिषद द्वारा शिक्षा एवं गुणवत्ता पर विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डा. मनोज शैल ने बताया कि परिषद ने 21 सूत्री मांगपत्र शिक्षा बोर्ड को दिया था, जिसमें एक-एक विषय पर विमर्श के साथ
चर्चा की गई।

इसमें कक्षा छठी से आठवीं तक संस्कृत व्याकरण की पुस्तक लगाने के लिए शिक्षा बोर्ड सचिव ने स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि यद्यपि एनसीईआरटी की तरफ से पुस्तक निर्धारित नहीं है, लेकिन छात्रों को इसकी आवश्यकता है। अत: बोर्ड इसे अपने स्तर पर तैयार करेगा। इसके लिए सचिव ने परिषद को यथाशीघ्र प्रारूप परिवेदन बनाकर भेजने को कहा। इसके अलावा वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र में अनुवाद, सभी विषयों में होगा प्रैक्टिकल, ऑनलाइन शिक्षकों का प्रशिक्षण, हिंदी व्याकरण का विभाजन, हिमाचल की लोक संस्कृति और योग पुस्तक का समीक्षण, कक्षा नौवीं व दसवीं के प्रश्नपत्र में आवश्यक संशोधन, पाठ्य-पुस्तकों में अशुद्धियों के संदर्भ में कार्य करने सहित अन्य मुख्य मांगों व सुधारों को लेकर सुझाव देकर विचार-विमर्श किया। बैठक में अकादमी अधिकारी शालिनी, सहायक सचिव, अनुभाग अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के साथ परिषद के महासचिव डा. अमित शर्मा, उपाध्यक्ष राकेश शर्मा, आईटी सचिव डा. विवेक शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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