Ghumarwin. घुमारवीं। घुमारवीं के लेठवीं गांव में मां बगलामुखी का मंदिर उपमंडल घुमारवीं का पहला मंदिर होगा। इस मंदिर का निर्माण दो बीघा भूमि पर किया जाएगा। लेठवीं गांव में बनने वाले मां बगलामुखी का मंदिर के लिए भूमि पूजन कर दिया है। इस भवन का निर्माण मां बगलामुखी फाउंडेशन लेठवीं के तत्ववाधान में जन सहयोग से किया जा रहा है। लेठवीं में मां बगलामुखी मंदिर का निर्माण कार्य शीघ्र होगा। मंदिर में हवन-यज्ञ दिसबंर माह से शुरू कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि लेठवीं गांव में बनने वाले मां बगलामुखी मंदिर के सहयोग गरीब वर्ग की बेटियों की शादियां फ्री होंगी तथा उनकी शादी के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगी। शादी के लिए मंदिर की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। इसके अलावा गरीब वर्ग से संबंधित किसी भी व्यक्ति की फाउंडेशन के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी। फाउंडेशन के तहत अभी तक पांच गरीब वर्ग के परिवारों को गोद लिया है।
लेठवीं गांव में मां बगलामुखी मंदिर का निर्माण होने से मां के भक्त अब ऊना जिला के बनखंडी में ही नहीं, बल्कि बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं के लेठवीं गांव में भी मां बगलामुखी के दर्शन कर सकेंगे। मां बगलामुखी फाउंडेशन ने लेठवीं में बनखंडी के मां बगलामुखी मंदिर में होने वाले हवन-यज्ञ की तर्ज पर यहां पर भी व्यवस्था कर रखी है। इसके लिए मां बगलामुखी फाउंडेशन ने मंदिर परिसर में चार बड़े-बड़े हवन कुंड का निर्माण करने का प्लान तैयार किया है। फाउंडेशन के सदस्यों का मानना है कि यहां पर केवल सात्विक यज्ञ ही किये जाएंगे। यहां पर विद्वान पंडितों की भी व्यवस्था रहेगी तथा कोई भी यजमान अपना पंडित भी ला सकते हैं। जिनसे फीस भी बहुत कम ली जाएगी। प्रदेश सहित बाहरी राज्यों में मां बगलामुखी के लाखों भक्त है। मां के भक्त ऊना जिला के बनखंडी मंदिर में मां बगलामुखी के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। उपमंडल घुमारवीं से भी हजारों की संख्या में बनखंडी में मां के दर्शनों को जाते हैं। अब ्र लेठवीं गांव में बनने वाले मां बगलामुखी मंदिर में भक्तों को बनखंडी के मंदिर की तर्ज पर सुविधा मिलेगी। जिससे मां के भक्त लेठवीं में निर्मित होने वाले मंदिर में भी विशेष हवन-यज्ञ सहित अन्य कार्य करवा सकेंगे। इससे मां बगलामुखी के भक्तों के धन और समय की बचत होगी।