HP: खेल मैदान में लगे झूले और डोम, मीना बाजार भी तैयार

Update: 2024-10-06 09:52 GMT
Kullu. कुल्लू। कुल्लू का दशहरा पर्व, परंपरा, रीति रिलाज और एतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व रखा है। जब पूरे भारत में विजयादशमी की समाप्ति होती है तो उस दिन से कुल्लू की घाटी में इस उत्सव का रंग और भी अधिक बढऩे लगता है। कुल्लू में विजयदशमी के पर्व मनाने की परंपरा राजा जगत सिंह के समय से मानी जाती है। ऐसे में जिला कुल्लू में दशहरा उत्सव हर साल धूमधाम के साथ एक सप्ताह तक मनाया जाता है। जहां पर सात दिनों तक दशहरे में जिलाभर के देवी-देवता पहुंचते हैं और वह ढालपुर में अपने अस्थाई स्थानों पर विराजमान रहते है। इसी दौरान यहां दशहरे में कारोबार भी चलता है। जहां पर बाहरी राज्यों से भी काफी संख्या में कारोबारी पहुंचता है और कारोबार करता है। उत्सव में भाग लेने के लिए बाहरी राज्यों के व्यापारी कुल्लू पहुंचने
शुरू हो चुके है।


जहां पर जिन कारोबारियों ने प्लांट खरीद लिए है। वह अपनी दुकानें सजाने को लेकर तैयारी कर रही है। वहीं, दशहरे में लगने वाले डोम भी यहां पर लगना शुरू हो चुके हैं। खेल मैदान में यहां सभी डोम लगते है और लोग जमकर डोम के अंदर लगी दुकानों से खरीदारी करते है। वहीं, डोम सहित यहां झूले लगने भी शुरू हो चुके है। इसी के साथ यहां मीना बाजार भी सजना शुरू हो गया है और कुछ दिनों में पूरे ढालपुर बाजार को यहां प्रशासन की ओर से दुल्हन की तरह सजा दिया जाएगा। वहीं, दशहरा संपन्न होने तक यहां टैफिक सिस्टम भी वनवे कर दिया जाएगा और मीना बाजार से होते हुए गुजरने वाले वाहनों को डीसी ऑफिस से होते हुए भेजा जाएगा। वहीं, प्रशासनिक अधिकारी सभी दशहरे की तैयारियों में जुटे हुए है। जिन अधिकारियों को जिस भी विभाग व कार्य का जिम्मा दिया गया है। वह सभी उन कार्यो को लेकर पूरी तरह से व्यस्त चल रहे है। बरहाल, दशहरे की तैयारी प्रशासनिक तौर पर जोरो पर चली हुई है और तीन दिनों के भीतर सभी दुकानें व सजावट लगभग पूरी हो जाएगी।
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