Hamirpur. हमीरपुर। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर की कैंटीन से रोट का सैंपल फेल होने के मामले में जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने प्रसाद के नियमित सैंपल भरने का फैसला लिया है। विभाग रूटीन में बाबा की नगरी में बन रहे रोट प्रसाद के सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजेगा। बाबा के दरबार पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को गुणवत्ता से भरपूर रोट प्रसाद मिले, इसके लिए यह कदम उठाया जा रहा है। सूत्रों की मानें, तो विभागीय टीम मासिक सैंपलिंग कर सकती है। इसके साथ ही जिला खाद्य सुरक्षा विभाग दियोटसिद्ध में रोट प्रसाद बनाने वाले दुकानदारों के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन करने जा रहा है। इस कार्यशाला के माध्यम से रोट प्रसाद की गुणवत्ता के बारे में जानकारियां प्रदान की जाएगी।
दुकानदारों को बताया जाएगा कि किस तरह से गुणवत्तापूर्ण रोट बनाएं तथा स्वच्छता नियमों का किस तरह से अनुपालन करें। रोट के सैंपल फेल होने के बाद जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने दुकानदारों को जागरूक करने का निर्णय लिया है, ताकि भविष्य में ऐसे मामले सामने न आएं और भक्तों का विश्वास बाबा के रोट प्रसाद पर बना रहे। बता दें कि कंडाघाट लैब से प्राप्त रिपोर्ट में कैंटीन से लिया गया रोट का सैंपल फेल पाया गया है। उधर, जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर अनिल शर्मा ने बताया कि दियोटसिद्ध में रोट प्रसाद के नियमित तौर पर सैंपल भरे जाएंगे। दुकानदारों के लिए 26 नवंबर को एक कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता के साथ ही स्वच्छता नियमों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।