HP News: ढोल नगाड़ों की थाप से बारिश की अरदास

Update: 2024-07-22 11:48 GMT
Woman. मैहला। मौसम के लंबे ड्राई स्पैल से परेशान किसान अब बारिश के लिए देवी- देवताओं की शरण में पहुंच गए हैं। भरमौर हलके के विभिन्न मंदिरों में लोगों की टोलियां ढोल नगाड़ों की थाप पर अपने आराध्य देवी-देवताओं से बारिश की अरदास लगा रहे हैं। मंदिरों में रोजाना पूजा-अर्चना कर बारिश की अरदास की जा रही है। चंबा जिला में पिछले काफी समय से बारिश न होने से किसानों द्वारा खेतों में बोई मक्की, राजमाह, माश व कुलथ की फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। किसान पिछले काफी समय से आसमान की टकटकी लगाकर इंद्रदेव की मेहरबानी का इंतजार कर रहे हैं। बारिश न होने से लोगों की चिलचिलाती गर्मी से भी पिंड
छूटते नजर नहीं आ रहे हैं।

ऐसे में अब लोग बारिश के लिए देवी-देवताओं से अरदास लगा रहे हैं। किसानों की मानें तो मक्की सहित नकदी फसलों की अच्छी पैदावार से ही वर्ष भर का खान-खर्च चलता है। ऐसे में फसलों के सूखे की चपेट में आने से होने वाले नुकसान के चलते आगामी दिनों में परिवार के लिए दो जून की रोटी के जुगाड़ का संकट पैदा हो जाएगा। अब अगर आगामी कुछ दिनों में बारिश नही होती है तो ये फसलें भी पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगी इसके साथ ही माल मवेशियों के लिए घास भी बिल्कुल नहीं होगा। इंटरनेट पर भी बारिश का अलर्ट फिलहाल सटीक नहीं बैठा है। उल्लेखनीय है कि मक्की सहित राजमाह, माश व कुलथ की फसल जनजातीय क्षेत्र के किसानों की आर्थिकी की मुख्य रीढ् है। मगर बारिश न होने के चलते यह फसलें सूखने के कगार पर पहुंच चुकी हैं। ऐसे में अब किसान बारिश के लिए देवी-देवताओं को मनाने में जुट गए हैं।
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