Keylong. केलांग। लाहुल घाटी में इन दिनों उद्यान विभाग की तरफ से किसान बागबानों के लिए सेब की प्रुनिंग, सेब की किस्मों के बारे, बीमारियों और खाद के बारे जानकारी दी जा रही है। बुधवार को जिला मुख्यालय केलांग के बिलिंग, कारदंग और गोशाल में शिविर लगाया गया। इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र हिमाचल की तरफ से अरुण नेगी ने बिलिंग में सेब बगीचों में बागबानों को सेब की खेती को बढ़ावा देने के बारे जागरूक किया। उन्होंने बताया लाहुल घाटी की मिट्टी उपजाऊ है और मौसम सेब के लिए फायदेमंद है। अटल टनल खुलने के बाद सेब को बाजर तक पहुंचाना भी आसान हो गया है, जिससे घाटी के किसानो को सेब से आमदनी बढ़ाने में बहुत फायदा होगा।
उन्होंने बताया कि सेब में मिट्टी की आवश्कता अनुसार ही खाद डालें। यहां प्राकृतिक तरीके से भी सेब के पौधे तैयार करने के लिए मिट्टी संपूर्ण है। उन्होंने सेब की किस्मों के बारे जानकारी भी दी। साथ ही सेब के बागीचों को तैयार करने के लिए जगह भी काफी है। बागबान अगर सेब के पौधों में थोड़ी मेहनत करे तो हिमाचल के सेब में सबसे उतम क्वालिटी का सेब यहां से ही उपलब्ध होगा। इसी बीच बागबानों ने भी विशेषज्ञों से सवाल कर जानकारी ली। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य कुंगा बोध ने विशेषज्ञ डाक्टर अरुण नेगी, उद्यान विभाग लाहुल से मीनाक्षी शर्मा, निकिता, अशोक का स्वागत एवं धन्यवाद किया और विभाग से ऐसे शिविर को बड़े पैमाने पर आयोजित करने की मांग रखी ताकि बागबानों को ऐसे शिविर में और सीखने को मिले। विभाग के इस प्रयास से बागबानों को सेब की खेती को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।