HP: शहर में हरियाली तीज की धूम, गाए जा रहे कजरी गीत

Update: 2024-08-09 10:01 GMT
Paonta Sahib. पांवटा साहिब। प्रेम और उत्साह के प्रतीक सावन के माह में कई बड़े त्योहार आते हैं जिन्हें लोग बड़े धूमधाम के साथ मनाते हैं। इन्हीं में एक हरियाली तीज है, जिसे विवाहित महिलाओं के अलावा कुंवारी लड़कियां भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखकर तीज महोत्सव बेहद उल्लासपूर्वक से मनाती हैं। जिसके चलते पांवटा साहिब में महिलाओं ने बुधवार देर शाम तक तीज महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। महिलाओं ने कजरी गीत गुनगनाए तो लड़कियों ने देशभक्ति तराने सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पांवटा के विश्वकर्मा मंदिर व अन्य कई स्थानों में महिलाओं द्वारा तीज मनाई गई तथा कई तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान नीलम गर्ग, बबीता दुबे, रणदीप कौर, मीठू, सोनू, शिल्पी, नीलू, पलक आदि ने बताया कि हरियाली तीज के दौरान उन्होंने बुधवार देर शाम तक
इस त्योहार को मनाया।

इस दौरान उनके द्वारा डांस, मेहंदी प्रतियोगिता भी की गई जिसमें महिलाओं को इनाम भी दिए गए। कहते हैं कि सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी लोक में रहते हैं और जो भी भक्त उनकी पूजा-अराधना करता है उसकी मन्नत भोले पूरी करते हैं। इसी के चलते शहर के शिवालयों में बम-बम भोले के जयकारे लग रहे हैं। वहीं महिलाएं तीज पर्व को मनाने के लिए सज-धज रही हैं। इस त्योहार के नाम के अनुरूप ही हरी चूडिय़ां, हरे कपड़े और मेहंदी का विशेष महत्त्व होता है। नीलम गर्ग ने बताया कि देवी पार्वती ने भगवान शंकर को पति रूप में पाने के लिए वर्षों तक तपस्या की थी। इसके लिए माता पार्वती को 108 बार जन्म लेना पड़ा था। तब जाकर भगवान शिव ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। तभी से इस व्रत को मनाने की परंपरा है। तीज के दिन सुहागिन महिलाएं दिन भर व्रत-उपवास करती हैं। दिन भर महिलाएं तीज के गीत गाती हैं और नाचती हैं। हरियाली तीज पर झूला झूलने का भी विधान है। शाम को भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन के बाद चंद्रमा की पूजा की जाती है। इस दिन सुहागिनों को शृंगार का सामान भेंट किया जाता है। खासकर घर के बड़े-बुजुर्ग या सास-ससुर बहू को शृंगार दान देते हैं।
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