Shimla. शिमला। प्रदेश के स्कूलों में एक्सपोजर विजिट पर जाने वाले प्रिंसीपल, लैक्चरर, हैडमास्टर और डीपीई के लिए गाइडलाइन में संशोधन किया गया है। उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी शिक्षकों के लिए एक्सपोजर विजिट पर जाने के लिए शर्तें तय कर दी गई है। तीन दिनों के भीतर सभी आवेदन करने वाले शिक्षकों को पूरा डाटा शिक्षा निदेशालय को भेजना होगा। इसमें लेक्चरर स्कूल एसोसिएशन के लिए एसीआर, एमफिल, पीएचडी, स्टेट और नेशनल अवार्ड और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान के बारे में बताना होगा। इसके साथ ही हैडमास्टर के लिए भी यही शर्तें लगाई गई है। वहीं इसमें खास बात ये है कि इसमें शिक्षकों का रिजल्ट देखा जााएगा।
इसके साथ ही अलग-अलग कैटेगिरी में अंक भी तय कर दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि एक्सपोजर विजिट के लिए 25 प्रिंसीपल, पांच हैडमास्टर, 15 लेक्चरर और पांच डीपीई सिलेक्ट किए जाएंगे। इसमें तय किया गया है कि जो शिक्षक एक्सपोजर विजिट पर जाएंगे उन्होंने पांच साल का शैक्षणिक अनुभव होना चाहिए। इसके साथ ही इस पूरे कार्यकाल में किसी भी तरह की विभागीय कार्रवाई उक्त शिक्षक पर नहीं होनी चाहिए। सबंधित शिक्षक का अपने सब्जेक्ट का रिजल्ट और स्कूल का रिजल्ट 70 फीसदी से कम नहीं होना चाहिए। एक बार जिन शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय विजिट पर जाने का मौका मिल चुका है वे दोबारा आवेदन करने का मौका नहीं मिलेगा। शैक्षणिक क्षेत्र में पांच से 15 साल के अनुभव के लिए पांच अंक, टीचर अवार्ड के लिए पांच अंक, पीएचडी, एमफिल के लिए चार अंक, ट्राइबल एरिया में सेवाओं के लिए चार अंक, छात्रों के हित के लिए किए गए विशेष कार्यों के लिए दो अंक तय किए गए हैं।