HP: शिक्षा संग सडक़ों में सुधार करेगी सरकार

Update: 2024-08-05 12:08 GMT
Shimla. शिमला। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसी के मद्देनजर प्रदेश सरकार द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में नवोन्मेषी पहल की जा रही है, ताकि विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान दें और हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी राज्य बनकर उभरे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा हाल ही में 1029 टीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिनमें 498 कला संकाय, 335 नॉन मेडिकल और 196 मेडिकल संकाय के शिक्षक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र और लेक्चरर के 486 पद, स्कूल कैडर प्रिंसीपल के 157 पद और विशेष देखभाल वाले बच्चों के स्पेशल एजुकेटर के 245 पद भरे गए हैं। विद्यालयों और महाविद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं और आधुनिक
पुस्तकालय शुरू किए गए हैं।

850 शैक्षणिक संस्थानों को उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा किया गया है व वर्चुअल क्लासरूम और होस्टल सुविधा प्रदान की जा रही है। खेल से स्वास्थ्य योजना के तहत 110 शैक्षणिक संस्थानों को स्पोट्र्स मैट और अन्य उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अतिरिक्त 40 हजार स्कूल डेस्क और 29 सोलर पैनल भी उपलब्ध करवाए गए हैं। सीएम का कहना है कि डा. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए महज एक फीसदी ब्याज पर 20 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। चार लाख रुपए की वार्षिक आय वाले परिवार इस योजना का लाभ ले सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत वर्ष 2022-23 में 81,618 विद्यार्थियों को 5419.29 लाख रुपए आबंटित किए गए हैं। श्रीनिवासरामानुजन विद्यार्थी योजना के तहत 10वीं, 12वीं और महाविद्यालयों के मेधावी विद्यार्थियों को 11,552 टैबलेट प्रदान किए गए हैं।
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