HP: पाठ्यक्रम-प्रवेश परीक्षा पैटर्न एक, मापदंड दो-दो

Update: 2024-10-15 09:50 GMT
Solan. सोलन। हिमाचल प्रदेश में संचालित दो सरकारी विश्वविद्यालयों के एक ही पाठ्यक्रम व प्रवेश परीक्षा में अलग-अलग मापदंड चल रहे हैं। सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में एक ही कोर्स में एडमिशन के लिए पृथक-पृथक निर्णय लिए जा रहे हैं। बीएड पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए मंडी विश्वविद्यालय ने जहां प्रवेश परीक्षा की पात्रता को समाप्त करके एनसीटीई नियमों के अनुरूप अभ्यर्थियों को कोर्स करने की अनुमति प्रदान की है, जबकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला अभी तक भी प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही इच्छुक अभ्यर्थियों को एडमिशन देने की बात कर रहा है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इस अडिय़ल रवैये के कारण इसके अधीन संचालित 52 निजी बीएड कालेजों में से सिर्फ दो कालेजों की ही पूरी
सीटें भर पाई हैं।


शेष 50 कालेजों में 1300 के करीब ओपन व 450 के लगभग मैनेजमेंट कोटे की सीटें खाली रह गई हैं। कुल मिलाकर इस सत्र में बीएड की करीब 1750 सीटें अभी भी खाली हैं। गौर हो कि प्रदेश में कुल 70 निजी बीएड कालेज हैं तथा शिमला व धर्मशाला में दो बीएड कालेज सरकारी क्षेत्र में संचालित हैं। इनमें से सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के अस्तित्व में आने के बाद 18 निजी बीएड कालेज व शेष 52 बीएड कालेज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अधीन आ गए। बीएड कोर्स में एडमिशन के लिए दोनों विश्वविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा हुई। चार व पांच राउंड की काउंसिलिंग के बाद भी सभी निजी कालेजों में दो हजार के करीब सीटें खाली रह गई। नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन के निर्धारित नियमों के अनुसार विद्यार्थी के ग्रेजुऐशन में 50 प्रतिशत व अनुसूचित जाति-जनजाति व ओबीसी श्रेणी के विद्यार्थी के 45 प्रतिशत अंक हैं, तो वह बीएड कोर्स में एडमिशन ले सकता है। यदि इसमें इतने नहीं हैं, तो पोस्ट ग्रेजुऐशन में 55 प्रतिशत अंक लेकर भी वह पात्र है।
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