हनी ट्रैप गैंग: महिलाएं अश्लील बातें कर व्यक्ति के उतरवा लेती थी कपड़े, और आ जाती थी पुलिस, इसके बाद...
पांच सदस्यों का पर्दाफाश किया है.
लखनऊ पुलिस ने हनी ट्रैप के जाल में लोगों को फंसाने और ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने वाले एक गैंग के पांच सदस्यों का पर्दाफाश किया है. इसमें तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. तीनों पुरुषों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी और वो इस तरह से लोगों को डरा धमका कर पैसे ऐंठ रहे थे. पुलिस पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के थाना हजरतगंज क्षेत्र में एक पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी थी कि दो महिलाएं और तीन पुलिस वाले मिलकर उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं और उसका अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उससे पैसा मांग रहे हैं. जिसकी वजह से वो मानसिक रूप से पूरी तरह से परेशान हो गया है. इस परेशानी से वो जल्द से जल्द निकलना चाहता है नहीं तो उसके सामने सुसाइड करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
पुलिस ने पीड़ित की इस शिकायत को गंभीरता से लिया और सर्विलांस की एक टीम को इस मामले की जांच में लगाया. इस दौरान पीड़ित शख्स ने पुलिस को सूचना दी कि दो महिलाएं और तीन पुलिस वाले कानपुर रोड के पास गाड़ी में उससे पैसे लेने आए हैं. पुलिस ने एक टीम बनाई और सर्विलांस की मदद से पीड़िता के साथ मौके पर पहुंच गई.
मौके पर तीन आरोपी पुलिस की वर्दी में थे और उनके साथ दो महिलाएं भी थीं. पुलिस ने पांचों को हिरासत में लिया और थाने ले गई. पूछताछ में उनकी पहचान पंकज गुप्ता, अतुल सक्सेना और अजीजुल हसन सिद्दीकी के रूप में हुई. इनके साथ दो महिलाएं भी पकड़ी गई हैं. जिनका काम शिकार को फांसना था.
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक यह गिरोह पेशेवर तरीके से सोशल मीडिया साइट पर अपने आसपास के लोगों को पहचानकर टेलीफोन से मीठी-मीठी बातें करते थे और जिसके बाद जाल में फंसाकर पहले से ही निर्धारित स्थान पर बुलाया जाता था.
जैसे ही कोई भी व्यक्ति उस स्थान पर पहुंचता तो इस ग्रुप में शामिल दोनों महिलाएं आने वाले व्यक्ति से अश्लील बातें कर उसके कपड़े उतरवा लेती थी. ठीक उसी समय पहले से ही निर्धारित तरीके से 3 लोग पुलिस की वर्दी में आ जाते थे और कपड़े उतारते हुए व्यक्ति का वीडियो बनाकर फिर उसे ब्लैकमेल करते थे. इस गिरोह द्वारा बनाए गए वीडियो के माध्यम से कई बार पैसे वसूले जाते थे और मना करने पर वीडियो वायरल करने व मुकदमा लिखने की धमकी भी देते थे.