दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब में पीएम की यात्रा के दौरान गंभीर सुरक्षा चूक की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम को जल्द जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. जानकारी के मुताबिक तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व सुधीर कुमार सक्सेना (सचिव सुरक्षा- कैबिनेट सचिवालय) करेंगे और इसमें बलबीर सिंह (संयुक्त निदेशक, आईबी) और एस सुरेश (आईजी, एसपीजी) शामिल होंगे. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद ट्वीट कर कहा था कि गृह मंत्रालय ने पंजाब में पीएम मोदी के सुरक्षा उल्लंघन पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. प्रधानमंत्री के दौरे में सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी.
वहीं पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने दूसरे ट्वीट में कहा, 'पंजाब में आज की कांग्रेस-निर्मित घटना इस बात का ट्रेलर है कि यह पार्टी कैसे सोचती है और काम करती है. लोगों द्वारा बार-बार ठुकराए जाने के कारण कांग्रेस पागलपन के रास्ते पर पहुंच गई है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को अपने किए पर भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.'
दरअसल, पीएम मोदी आज फिरोजपुर पहुंचे थे. यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था. लेकिन खराब रोशनी और बारिश के चलते पीएम मोदी 20 मिनट तक इंतजार करते रहे. लेकिन मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया. इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था. पंजाब डीजीपी से सुरक्षा प्रबंधों की पुष्टि के बाद पीएम मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े थे.
लेकिन रास्ते में जैसे ही एक फ्लाई ओवर पर उनका काफिला पहुंचा वहां प्रदर्शनकारियों ने उनके रास्ते को रोक दिया. इस वजह उनका पूरा काफिला फ्लाई ओवर पर ही खड़ा रहा. इस दौरान सुरक्षा को लेकर एसपीजी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कहा जा रहा है कि वो फोन पर नहीं आए. हालांकि केंद्र सरकार और बीजेपी के आरोपों को कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया और इससे सुरक्षा में चूक मानने से भी इनकार कर दिया.