कुल्लू। सूत्रधार कला संगम कुल्लू द्वारा होली गायन की परंपरा को निभाते हुए 26वीं सूत्रधार होली संध्या कार्यक्रम का आयोजन अटल सदन कुल्लू के विशाल सभागार में किया गया। यह संपूर्ण कार्यक्रम सूत्रधार कला संगम कुल्लू व भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया । इस 26वीं सूत्रधार होली संध्या में उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश उपायुक्त ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। संस्था द्वारा कार्यक्रम में पधारे मुख्यातिथि को कुल्लवी परंपरा अनुसार शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके साथ कार्यक्रम में पधारे जिला लोक संपर्क अधिकारी नरेंद्र शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी दयानंद ठाकुर, प्रिंसिपल डाईट सुरेंद्र शर्मा, सदस्य जिला परिषद रेखा गुलेरिया, पूर्व निदेशक रीजिनल रूरल बैंक हिप्र रुपेश कंवर, पूर्व अध्यक्ष जिला परिषद हरी चंद शर्मा, अध्यक्ष व्यापार मंडल कुल्लू मदन लाल सूद, केआर पंछी, शास्त्रीय नर्तक दिनेश गुप्ता, अजय भाटिया व विक्की सुरजीत को भी को कुल्लवी परंपरा अनुसार शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के स्वागत भाषण में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने मुख्यातिथि, मीडिया व सभी मेहमानों का स्वागत किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि उपायुक्त तोरुल एस रवीश उपायुक्त कुल्लू ने 26वीं सूत्रधार होली संध्या के उपलक्ष पर सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिले की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन में सूत्रधार कला संगम कुल्लू अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन सहित वरिष्ठ उपाध्यक्ष यनिंद्र कपूर, उपाध्यक्ष कंवर वीरेंद्र सिंह, महासचिव अतुल गुप्ता, वित्त सचिव जोंगेंद्र ठाकुर, भंडार प्रभारी तिलक राज चौधरी, सचिव प्रदीप कपूर, मोनिका सागर, मंजुलता शर्मा व हितेश गोगी, लोकनृत्य सहप्रभारी सीमा शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य भारत भूषण आचार्य, प्राचार्य संगीत अकादमी पं विद्या सागर, विशेष आमंत्रित सदस्य सुंदर श्याम महंत, आमंत्रित सदस्य जीवन बुडाल, सनी ठाकुर, संजय कुमार, मुख्य संरक्षक मंडल सदस्य युवराज बौध, राजेंद्र सूद, प्रबंधक उत्तम चंद, सहयोगी पवन कुमार, साउंड इंजीनियर वीकी सुरजीत, नीरज शर्मा बॉबी और दीपू का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम दौरान बैंड में यनिंद्र कपूर, पं विद्यासागर, निशांत गौतम, लाल सिंह, अमित भाटिया, एके अनुपम, दीपक, सुरेंद्र व भूपेंद्र ने भूमिका निभाई। इस संपूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन संस्था के वरिष्ठ सदस्य सुंदर श्याम महंत व मानवी शर्मा द्वारा बेहद ही खूबसूरत व शायराना अंदाज में निभाया गया।
कार्यक्रम में कुल्लू के प्रचलित पारंपरिक होली गीतों, केआर पंछी तथा स्व. राम कुमार कपूर द्वारा रचित होलियों का गायन किया गया। कार्यक्रम में खेलत है जगदंबे, आज अवध पुरी में, मत मारो श्याम पिचकारी, रंग घोली-घोली के प्यारा रा, मत मारो पिचकारी, होरी मैं खेलूंगी, नौऊंई चिड़ी जैबे बूटी नए राधिके कान्हा, सखी फैंको-फैंको, कैसे कपटी, पिया तोसे नैना लागे, ऐसा लागे फाल्गुन रंग आज, कद आवणगे घर शाम, रंगी सारी गुलाबी चुनरिया रे, आज किती न कंते मेरी याद, फागुन आयो रे, लेके नई उमंग व आया फाल्गुन महिना आदि होली गीतों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई, जिसमें संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यनिंद्र कपूर व सचिव प्रदीप कपूर सहित लाल सिंह, जीवन बुडाल, संजय कुमार, सनी, ऋषभ, विजय, ट्विंकल, रोजी, करिश्मा, धनवंती, गौरी, वंशिका, कशिश, रिया, दुर्गा व सरला ने अपनी गायकी से दर्शकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में कुमारी पल्लवी, भारती, दिव्यांगना, विभूति, अनुष्का, कमलेश, कनिका, रेखा, आनया आनंद द्वारा खुबसूरत नृत्यों की पेशकश दी गई। विशेष मेहमान राष्ट्रीय शास्त्रीय नर्तक दिनेश गुप्ता ने नृत्य कर वाहवाही लुटी।