सिरमौरी हाटी संस्कृति से रू-ब-रू हुई महामहिम

Update: 2024-05-09 12:05 GMT
राजगढ़। शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष प्रदेश की नृत्य विधाओं की झलक प्रदर्शित करने के लिए भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा एक विशेष कॉरियोग्राफिक सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किया गया। इस कार्यक्रम में भारत की महामहिम राष्ट्रपति के अलावा प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल तथा अतिविशिष्ट जन उपस्थित थे। यह जानकारी वल्र्ड रिकॉर्ड होल्डर एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में दी। प्रदेश की मशहूर कॉरियोग्राफर पूनम शर्मा द्वारा तैयार किए गए इस कार्यक्रम में राजगढ़ के पझौता क्षेत्र की आसरा सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सिरमौरी नाटी के अलावा किन्नौरी, लाहौली, कुल्लवी, चंबयाली नाटी तथा लुड्डी नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति दी गई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में आसरा के 16 कलाकारों ने रिहाल्टी गी, मुंजरा नृत्य, परात नृत्य, रासा नृत्य एवं ठोडा नृत्य आदि नृत्य विधाओं को आकर्षक एवं मनमोहक अंदाज में प्रदर्शित किया। कार्यक्रम की शुरुआत सिरमौर के कलाकारों द्वारा सिरमौरी नाटी की झलक से हुई। उपरोक्त सभी जिलों के कलाकारों द्वारा अपने-अपने जिलों के नृत्य की प्रस्तुति के पश्चात फिनाले में देव संस्कृति को दर्शाते हुए जिला सिरमौर व कुल्लू की देव पालकियों के साथ सिरमौर जिला के आदिकालीन ठोडा नृत्य की झलक सराहनीय रही। गौरतलब है कि आसरा संस्था के लोक कलाकारों ने इससे पूर्व महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष भोपाल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष दिल्ली के द्वारिका में और हिमाचल प्रदेश व कई राज्यों में क्षेत्र के ठोडा, रासा तथा सिंहटू आदि नृत्य का प्रदर्शन किया है। शिमला के गेयटी थिएटर में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्त्व में गोपाल हाब्बी, रामलाल वर्मा, अमी चंद, मनमोहन, सुनील, इंद्रदेव चिरंजी, देवी राम, नरेश, रविदत्त, सरोज, अनु, आरती, हेमलता व बिमला आदि कलाकारों ने सिरमौर की संस्कृति का प्रदर्शन किया।
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